परमाणु किसे कहते हैं? | Parmanu kise kahate hain
दोस्तों यदि आपका फेवरेट विषय विज्ञान हैं, तो आप परमाणु संरचना से भली भांति परिचित हाेंगे। क्या आप जानते है कि परमाणु किसे कहते हैं, यदि आपकों इस विषय में शिशु ज्ञान हैं और आप परमाणु के बारे में जानकारी विस्तार पूर्वक जानना चाहते हैं, तो आज हम इस पोस्ट के जरिए परमाणु के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के जरिए आपकों बताने वाले हैं कि परमाणु किसे कहते हैं, हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए बेहद ही खास होने वाला है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।
परमाणु किसे कहते हैं? | parmanu kise kahate hain
बता दें कि, परमाणु किसी भी तत्व के भीतर मौजूद सबसे छोटी इकाई होती है, जो स्वतंत्र स्थिति में तो नहीं पाई जाती है, लेकिन वह रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकती है, उसे परमाणु कहते हैं।
आपकों जानना जरूरी है कि, परमाणु के ऊपर वैज्ञानिकों के द्वारा भिन्न-भिन्न मत दिए गए हैं, जिसमें उन वैज्ञानिकों के द्वारा परमाणु की संरचना तथा परमाणु के बारे में समझाने का कठिन प्रयास किया गया है।
डाल्टन का परमाणु नियम
वैज्ञानिक डाल्टन के द्वारा दिए गए परमाणु नियम के अनुसार परमाणु को नए ही तो निर्मित किया जा सकता है और ना ही इस का विनाश किया जा सकता है। इसके अलावा परमाणु को विभाजित भी नहीं किया जा सकता है, लेकिन आज के समय यह बिल्कुल संभव है।
थॉमसन का परमाणु मॉडल
महान वैज्ञानिक थॉमसन के द्वारा भी एक परमाणु मॉडल सुझाया गया है, जिसमें परमाणु की संरचना को बेहद ही सरल तरीके से समझाने का प्रयास किया गया है। थॉमसन के परमाणु मॉडल के अनुसार परमाणु एक धन आवेशित बोला होता है, और इसके ऋण आवेशित इलेक्ट्रॉनिक रूप से धसे हुए रहते हैं। इसको समझाने के लिए थॉमसन के द्वारा तरबूज का उदाहरण भी दिया गया है, जिस प्रकार से तरबूज के भीतर मौजूद बीज अव्यवस्थित तरीके से होते हैं उसी तरीके से परमाणु के अंतर्गत इलेक्ट्रॉन भी अव्यवस्थित स्थिति में होते हैं।
रदरफोर्ड का परमाणु नियम
इनके अलावा रदरफोर्ड के द्वारा भी एक परमाणु मॉडल तैयार किया गया है इसके अंतर्गत इस बात की पुष्टि की गई है, कि परमाणु का अधिकांश भाग रिक्त होता है, जबकि इसका कुल आवेश इसके केंद्र के अंतर्गत स्थित होता है। इसके अलावा परमाणु के केंद्र के चारों तरफ ऋण आवेशित इलेक्ट्रॉन अलग-अलग कक्षाओं के अंतर्गत घूमते रहते हैं।
रदरफोर्ड के इस मॉडल के अंतर्गत परमाणु की त्रिज्या को 10-10 मीटर बताया गया है, जबकि नाभिक की त्रिज्या को 10-10 मीटर बताया गया है।
परमाणु का नाभिक
परमाणु का केन्द्र, जिसमें परमाणु का सम्पूर्ण द्रव्यमान तथा सम्पूर्ण धनावेश केन्द्रित रहता है, परमाणु का नाभिक कहलाता है। इसमें दो प्रकार के कण पाये जाते हैं- न्यूट्रॉन तथा प्रोटॉन न्यूट्रॉन आवेशहीन होता है, पर प्रोट्रॉन पर +1 इकाई धन आवेश होता है।
प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन को मिलाकर न्यूक्लियोन (Nucleons) कहते हैं। सभी न्यूक्लियोन के बीच एक आकर्षण बल उत्पन्न होते हैं, जिसे नाभिकीय बल कहते हैं। इसी बल के कारण परमाणु का नाभिक में स्थायित्व होता है। नाभिक में होने वाले अभिक्रिया को नाभिकीय अभिक्रिया कहते हैं, जो दो प्रकार के होते हैं- नाभिकीय विखंडन तथा नाभिकीय संलयन
हाइड्रोजन के प्रोटियम (H) समस्थानिक के नाभिक में कोई न्यूट्रॉन नहीं होता है।
FAQ
परमाणु की परिभाषा क्या है?
‘परमाणु’ शब्द का मूल अर्थ है ‘एक कण जिसे छोटे कणों में तोड़ा नहीं जा सकता’, लेकिन आधुनिक वैज्ञानिक प्रयोगों से पता चलता है कि परमाणु विभिन्न गैर-परमाणु कणों से बना है। एक परमाणु के घटक कण इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन हैं; तीनों फरमान हैं। हालांकि, हाइड्रोजन -1 के परमाणुओं में कोई न्यूट्रॉन नहीं होता है।
परमाणु में कितने प्रकार के होते हैं?
यह माना गया कि परमाणु प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉनों, प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉनों से बने होते हैं, जो एक दूसरे के आवेशों को संतुलित करते हैं। यह भी पता चला कि प्रोटॉन परमाणु के सबसे भीतरी भाग में स्थित होते हैं। इलेक्ट्रॉनों को आसानी से हटाया जा सकता है लेकिन प्रोटॉन नहीं।
परमाणु और अणु क्या होते हैं उदाहरण सहित?
अणु पदार्थ का वह छोटा कण है जो प्रकृति में स्वतंत्र अवस्था में पाया जाता है लेकिन रासायनिक प्रतिक्रिया में भाग नहीं ले सकता है। रसायन विज्ञान में, एक अणु एक ही प्रकार या विभिन्न प्रकार के दो या दो से अधिक परमाणुओं से बना होता है। परमाणु मजबूत रासायनिक बंधों द्वारा एक साथ बंधे रहते हैं और अणु बनाते हैं।
परमाणु किससे मिलकर बनता है?
परमाण्विक संरचना। परमाणुओं में एक छोटा नाभिक होता है जो गतिमान इलेक्ट्रॉनों से घिरा होता है। नाभिक में प्रोटॉन होते हैं, जिनका धनात्मक आवेश इलेक्ट्रॉन के ऋणात्मक आवेश के परिमाण के बराबर होता है। नाभिक में न्यूट्रॉन भी हो सकते हैं, जिनका द्रव्यमान लगभग समान होता है लेकिन कोई आवेश नहीं होता है।
इसे भी पढ़े :