Students can benefit from Sarangi Hindi Book Class 2 Solutions Chapter 2 घर by practicing regularly and seeking help when needed.
NCERT Solutions for Class 2 Hindi Sarangi Chapter 2 घर
वातचीत के लिए :
प्रश्न 1.
आपको अपने घर में सबसे अधिक क्या अच्छा लगता है और क्यों?
उत्तर :
मुझे मेरे घर में सबसे सुंदर अपना कमरा लगता है क्योंकि यह बहुत सुंदर और खिलौनों से भरा हुआ है। इसकी छत पर चाँद-तारे बने हुए हैं जो रात को चमकते हैं।
प्रश्न 2.
आपको कब-कब घर की याद आती है?
उत्तर :
जब मैं घर से बाहर खेलने जाता हूँ, विद्यालय जाता हूँ या बाहर घूमने जाता हूँ तो मुझे घर की याद आती है।
प्रश्न 3.
घर को माँ की गोदी-सा क्यों कहा गया है?
उत्तर :
जिस प्रकार बच्चे को माँ की गोदी में बैठकर आराम और सुख मिलता है ठीक वैसे ही हमें अपने घर में सुख और आराम मिलता है।
प्रश्न 4.
कोई ऐसी घटना सुनाइए जब पूरे परिवार ने साथ मिलकर घर का कोई काम किया हो।
उत्तर :
छात्र स्वयं कक्षा में घटना सुनाएँ जब उसने अपने परिवार के साथ मिलकर कोई काम किया हो।
खो खों-जानें :
प्रश्न 1.
‘घर’ कविता अपने परिवार के किसी सदस्य को सुनाइए। घर या परिवार पर उनसे कोई अन्य कविता या कहानी सुनाने के लिए कहिए।
प्रश्न 2.
अपने परिवार के लोगों से बात करके पता कीजिए और लिखिए-
उत्तर :
परिवार के लोग | आप किस नाम से बुलाते हैं? |
आपकी माँ की बहन | मौसी |
आपकी माँ के भाई | मामाजी |
आपके पिताजी की बहन | बुआजी |
आपके पिताजी के भाई | चाचाजी |
Sarangi Class 2 Hindi Chapter 2 घर Summary
Sarangi Hindi Book Class 2 Chapter 1 नीम की दादी कविता का सार
‘घर’ कविता श्री दिविक रमेश जी ने लिखी है। इसमें कवि कहते हैं कि एक बच्चे के मन में घर से जुड़े कुछ प्रश्न उठते हैं जो वह अपने पिता से पूछता है। बच्चा जानना चाहता है कि उसे अपना घर इतना क्यों भाता है? वह दुनिया में चाहे कहीं भी घूम ले, खेल ले परंतु वह अपना घर कभी नहीं भूलता है। बच्चा पिता से प्रश्न पूछता है कि क्या उसकी तरह उसके पिता को भी अपना घर कभी नहीं भूलता है? बच्चा पिता से प्रश्न पूछ्ता है कि क्या उसकी तरह उसके पिता को भी अपना घर माँ की गोदी की तरह आरामदायक नहीं लगता? बच्चे को ममता से भरा हुआ और सुंदर घर माँ की गोदी जैसा लगता है। बच्चे का मानना है कि जब भी बाहर से सब थककर घर आते हैं तो घर खुले दिल से उनका स्वागत करता है और उन्हें खिला-पिलाकर नई स्फूर्ति और ताज़्रगी से भर देता है।
Sarangi Hindi Book Class 2 Chapter 1 नीम की दादी काव्यांशों की व्याख्या
1. पापा, क्यों अच्छा लगता है
अपना प्यारा-प्यारा घर?
घूम-घाम लें, खेल-खाल लें,
नहीं भूलता लेकिन घर।
शब्दार्थ :
अच्छा लगना – पसंद आना।
प्यारा – जिसके प्रति बहुत प्रेम हो। भूलना याद न रहना।
व्याख्या- बच्चा अपने पिता से पूछता है कि उसे अपना घर इतना ज्यादा क्यों पसंद है? वह चाहे कहीं भी घूम ले और चाहे कुछ भी खेल ले परंतु वह किसी भी स्थिति (हाल) में अपना घर नहीं भूलता।
2. नहीं आपको लगता पापा
है माँ की गोदी-सा घर।
प्यारी-प्यारी ममतावाला
सुंदर-सुंदर न्यारा घर।
शब्दार्थ :
गोदी – गोद/कोई ऐसा स्थान जहाँ माँ की गोद जैसा सुख मिले।
ममता – बच्चे के प्रति माँ का स्नेह या प्रेम। न्यारा – अलग, विचित्र।
व्याख्या- बच्चा अपने पिता से प्रश्न करता है कि क्या उन्हें अपना घर माँ की गोदी के समान नहीं लगता? कहने का भाव है कि जिस प्रकार माँ की गोदी में बच्चों को सुख और आराम मिलता है वैसा ही आराम उसे अपने घर में मिलता है। उसे अपना घर ममता (प्रेम) से भरा हुआ तथा सबसे सुंदर और न्यारा लगता है।
3. थककर जब वापस आते हैं
कैसे बिछ्छ-बिछ जाता घर।
खिला-पिला आराम दिलाकर
नई ताज़गी देता घर।
शब्दार्थ : बिछ-बिछ जाना – किसी के स्वागत में अत्यंत झुक जाना।
ताज़गी – नयापन/ ताज़ा होने का भाव।
व्याख्या – बच्चे का मानना है कि जब भी हम थककर अपने घर वापस आते हैं तो घर बड़े ही प्यार और आदर से हमारा स्वागत करता है। हमें खिला-पिलाकर हमारे अंदर नई ताज़गी और जोश भर देता है।