हम आपको इस लेख में Nakoda Bhairav Chalisa PDF उपलब्ध करवाने वाले है। यह एक प्रकार की भक्तिपूर्ण भजन है। इस चालीसा में भी 40 छंद या दोहे है, जिसके अंतर्गत प्रत्येक दोहा नाकोड़ा जी की महिमा का गुणगान और उनका आशीर्वाद मांगता है। अर्थात नाकोड़ा भैरव चालीसा भी अन्य चालीसा की तरह एक प्रकार की प्रार्थना का रूप है।
अब यदि नाकोड़ा जी के बारे में जाने तो इन्हे भगवान शिव का अवतार माना गया है। नाकोड़ा जी राजस्थान राज्य में पूजे जाने वाले देवताओ में से प्रमुख है। जिनका मुख्य मंदिर राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित है। यह एक धार्मिक पवित्र मंदिर है। यदि आप नाकोड़ा चालीसा का तन मन से पाठ करते है, तो आपको समृद्धि और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
Nakoda Bhairav Chalisa PDF Details
PDF Title | Nakoda Bhairav Chalisa PDF |
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Language | Hindi |
Category | धार्मिक और आध्यात्मिक |
Total Pages | 2 |
PDF Size | 254 KB |
Download | Available |
NOTE - यदि आप Nakoda Chalisa Pdf को फ्री में Download करना चाहते है, तो कृपया ऊपर दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करे।
नाकोड़ा भैरव Pdf क्या है
इस Pdf में नाकोड़ा जी के 40 दोहे अथवा छंद शामिल है। जिसमे प्रत्येक दोहा आपको आशीर्वाद और भगवान नाकोड़ा जी की महिमा का गुणगान करता है। यह चालीसा भगवान नाकोड़ा जी को समर्पित है, जिसे आपको Pdf के रूप Nakoda Chalisa Lyrics के रूप में उपलब्ध करवाया गया है।
यदि आप भगवान नाकोड़ा भैरव जी के भक्त है, तो आपको भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए, यह चालीसा हद से ज्यादा मददगार साबित होगी। ऐसा माना जाता है की यदि कोई व्यक्ति सच्चे मन से भैरव की भक्ति करता है और रोजाना नाकोड़ा भैरव जी की चालीसा का पाठ करता है, नाकोड़ा भैरव जी उनकी सभी समस्याओ का समाधान करते है और हर प्रकार की मनोकामना पूरी करते है।
नाकोड़ा भैरव चालीसा पाठ करने की विधि
हिन्दू धर्म पवित्र धर्मो में से प्रमुख है। जिसके अंतर्गत देवी-देवता को प्रसन्न करने और उनसे अपनी प्रत्येक मनोकामना पूरी करने के लिए कई प्रकार के ग्रंथो और काव्यों का पाठ किया जाता है। जहां आपको किसी भी देवी-देवता का पाठ या आरती करने के लिए विभिन्न प्रकार के नियमो का पालन करना होता है।
यदि आप नाकोड़ा भैरव जी के सच्चे भक्त है, और आप Nakoda Bhairav Chalisa Lyrics का पाठ विधि पूर्वक करते है, तो आपकी नाकोड़ा भैरव जी हर मनोकामना जरूर पूर्ण करेंगे। यदि आप नाकोड़ा भैरव चालीसा का प्रथम बार पाठ करने जा रहे है, या पहले कर चुके है, लेकिन आप इस पाठ की विधि के बारे में नहीं जानते है, तो हमारे द्वारा दिए गए निम्न बिन्दुओ का अनुसरण करे-
- सदैव प्रातःकाल में उठकर स्न्नान करे।
- उसके बाद साफ सुथरे कपडे पहने।
- यदि आप अकेले ही घर पर ही पाठ करना चाहते है, तो घर के किसी एकाग्र कोने में चले जाये।
- अब आप भगवान भैरव जी की प्रतिमा अपने सामने स्थापित कर दे।
- अब भगवान की प्रतिमा पर फूलों की माला चढ़ाये।
- भगवान भैरव के नाम से एक दीपक प्रज्वलित करे और भगवान की प्रतिमा के सामने रख दे।
- भगवान भैरव को प्रसाद का भोग लगाए।
- अब अगरबत्ती या आरती स्टैंड से भगवान भैरव की पूजा अर्चना करे।
- इसके बाद एक ऊन का स्वछ गद्दा ले और इस पर आसन ग्रहण करे।
- अब अपने मन को एकाग्र और केंद्रित रखकर भगवान भैरव की चालीसा का पाठ करे।
- पाठ के समाप्त होने के बाद प्रसाद को लोगो मे वितरित कर दे।
इनके अतिरिक्त यदि आप बहुत ज्यादा दुखी है, तो आप Nakoda Chalisa के पाठ को रात्रि के समय करे और फिर इसका चमत्कार देखे। भगवान नाकोड़ा भैरव जरूर आपकी समस्याओ का समाधान अवश्य करेंगे।
नाकोड़ा भैरव का इतिहास
आचार्य कीर्ति रत्न के द्वारा संवत 1511 में चमत्कारी देवता भैरव जी महाराज का मंदिर स्थापित किया गया था। नाकोड़ा स्थापना के बाद यह तीर्थ के रूप में उभरकर सामने आया और दूर – दूर से कई लोग नाकोड़ा जी के यहाँ श्रद्धा पूर्वक आने लगे। जिसके कारण अंत में यह एक प्रसिद्ध स्थल बन गया।
सत्रहवीं सदी तक इस तीर्थ स्थल में जैन धर्म के लोगो की बहुसंख्यता थी। लेकिन बाद में यहाँ के निवासी आस-पास के गावो में जाकर बस गए। ऐसा माना जाता है की नाकोड़ा जी के चमत्कार से देश-विदेश से श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता था। इस प्रकार नाकोड़ा भैरव भगवान भैरव के प्रमुख मंदिरो में से एक है।
नाकोड़ा भैरव चालीसा के पाठ से होने वाले लाभ
हमे बिना किसी फल की इच्छा के भगवान भैरव की चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए। यदि आप भगवान नाकोड़ा भैरव चालीसा का पाठ रोजाना करने में असमर्थ है, तो आप एक दिन जिसके अंतर्गत सप्ताह के विशेष दिन इनकी मंदिर में पूजा होती है, उस दिन आप इनका पाठ कर सकते है। भगवान नाकोड़ा जी के पाठ से हमे निम्न रूप से लाभ मिलते है –
- इस पाठ को रोजाना करे, जिससे आप बुरी शक्तियों से सदैव सुरक्षित रहेंगे।
- आप पर सदैव नाकोड़ा भैरव की कृपा बनी रहती है।
- आपको अपने सभी दुश्मनो से मुक्ति मिलती है।
- आपके मन में आने वाले नकारात्मक विचार की समाप्ति होती है।
- आपका पूरा दिन सकारात्मक ऊर्जा के साथ गुजरेगा।
- आपके घर में खुशहाली बनी रहती है।
- आपके जीवन में आने वाली हर बाधा का समाधान होता है।
- आपकी प्रत्येक मनोकामना पूर्ण होती है।
- आप पर आने वाले संकट दूर होते है।
- भैरव चालीसा का पाठ करने से आपको भय से मुक्ति मिलती है।
- आपका साहस बढ़ता है और जीवन में निडरता की अनुभूति होती है, जिससे आपके जीवन में आत्मविश्वास की वृद्धि होगी।
- आपके जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है।
- भैरव चालीसा का पाठ करने से साधक को अष्ट सीधी नौ निधि की प्राप्ति होती है।
- इससे शरीर निरोगी निर्मल बना रहता है।
- इस चालीसा का पाठ करने से अनजाना भय और घबराहट से मुक्ति मिलती है।
FAQs
नाकोड़ा भैरव चालीसा कैसे डाउनलोड करे?
यदि आप नाकोड़ा भैरव चालीसा डाउनलोड करना चाहते है, तो पोस्ट में दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें।
नकोड़ा भैरव कौन थे?
नाकोड़ा भैरव जैन धर्म के श्वेताम्बर सम्प्रदाय के एक विशिष्ठ संरक्षक देवता थे। अधिकतर व्यापारी अपने व्यापार में मुनाफा होने पर, एक हिस्सा नाकोड़ा भैरव को चढ़ाते है।
भैरव काली का पुत्र है?
काली माता ने बालक को दूध पिलाया। बाद में शिव काली माँ और बालक दोनों को अपने में समाहित कर लिया। शिव के इसी विलीन रूप में भैरव अपने आठ रूप में प्रकट हुए।
Conclusion :-
इस पोस्ट में आपको Nakoda Bhairav Chalisa PDF फ्री में उपलब्ध करवाई। साथ ही नाकोड़ा भैरव चालीसा के पाठ करने की विधि के बारे जानकारी प्रदान की गयी है।
आशा करते है यह पोस्ट आपको जरूर पसदं आयी होगी। यदि आपको Bheru Chalisa PDF Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।
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