Electrical interview questions in Hindi


Electrical Interview Questions in Hindi के इस आर्टिकल में ट्रांसफार्मर से सम्बंधित सवाल और जवाब का वर्णन हे। ट्रांसफार्मर इलेक्ट्रिकल का बहुत अहम् हिस्सा हे। इसीलिए इलेक्ट्रिकल से रिलेटेड किसी भी इंटरव्यू में ट्रांसफार्मर के सवाल न पूछा जाये ये संभव नहीं हे। निचे ट्रांसफार्मर के सवाल जो ज्यादातर interview में पूछे जाते हे उसी को ध्यान में रखके इस आर्टिकल में शामिल करने की कोशिश की हे। आशा हे ये आप के लिए मददगार होगा। 


Electrical interview questions in Hindi

Electrical interview questions in Hindi

 

Question 1 – ट्रांसफार्मर किसे कहते हे ?

Answer – आवृत्ति को चेंज किये बिना एक मूल्य के AC वोल्टेज को उससे ज्यादा और कम मूल्य में रूपांतर करने वाले  स्थिर उपकरण को ट्रांसफार्मर कहते हे।

 

Question 2 – ट्रांसफार्मर कैसे काम करता हे ?

Answer – ट्रांसफार्मर फैराडे का इलेक्ट्रोमेग्नेटिक इंडक्शन के नियम के अनुसार म्यूच्यल इंडक्शन के सिद्धांत पे काम करता हे। ट्रांसफार्मर में प्राइमरी और सेकेंडरी दो वाइंडिंग होती हे।

प्राइमरी सप्लाई के साथ कनेक्ट की जाती हे तब मेग्नेटिक फ्लक्स induce होता हे। जो साथ में रखी सेकेंडरी वाइंडिंग के तार से फ्लक्स कटती हे और EMF Induce होता हे।

 

Question 3 – ट्रांसफार्मर DC सप्लाई पे काम कर सकता हे ?

Answer – ट्रासफार्मर DC सप्लाई पे काम नहीं कर सकता। DC सप्लाई की आवृति जीरो होती हे। जब की ट्रांसफार्मर फैराडे का इलेक्ट्रो मेग्नेटिक इंडक्शन के नियम अनुसार म्यूच्यल इंडक्शन पे काम करता हे जो AC सप्लाई के लिए ही हे।

ट्रांसफार्मर को DC सप्लाई से जोड़ेंगे तो हाई करंट जनरेट होगा। और ट्रांसफार्मर का वाइंडिंग जल जायेगा।

 

Question 4 – ट्रांसफॉर्मर कितने प्रकार के होते हे ?

Answer-

सप्लाई के आधार पे                                                      

1- सिंगल फेज ट्रांसफार्मर               

2- थ्री फेज ट्रांसफार्मर                                                                                                     

वोल्टेज के आधार पे

1- स्टेप उप ट्रांसफार्मर             

2- स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर

 

कूलिंग के आधार पे

1- आयल नेचुरल एयर नेचुरल (ONAN)   

2- आयल फाॅर्स एयर (OFAN)

3- आयल फाॅर्स एयर फाॅर्स (OFAF)

 

कोर के आधार पे

1- कोर टाइप ट्रांसफार्मर   

2- शेल टाइप ट्रांसफार्मर   

3- बैरी टाइप ट्रांसफार्मर

 

वाइंडिंग के आधार पे                                                                 

1- सिंगल वाइंडिंग ट्रांसफार्मर(ऑटो ट्रांसफार्मर)     

2- ट्व वाइंडिंग ट्रांसफार्मर        

3- थ्री वाइंडिंग ट्रांसफार्मर                   

4- सिक्स वाइंडिंग ट्रांसफार्मर

 

एप्लीकेशन  के आधार पे

1- डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर   

2- करंट ट्रांसफार्मर   

3- पावर ट्रांसफार्मर      

4- करंट ट्रांसफार्मर   

5- पल्स ट्रांसफार्मर     

6- एलिमेंट ट्रांसफार्मर

7- इम्पिडेन्स ट्रांसफार्मर 

8- आइसोलेशन ट्रांसफार्मर

 

Basic Electrical Engineering Interview Question – Motor

 

Question 5 – ऑटो ट्रांसफार्मर क्या हे ?

Answer – ऑटो ट्रांसफार्मर एक स्थिर उपकरण ही हे जो हमारी जरुरियात के मुताबित वोल्टेज अप एंड डाउन करात हे। ऑटो ट्रांसफार्मर में एक ही वाइंडिंग होती हे।

वाइंडिंग का पूरा हिस्सा प्राइमरी सप्लाई से कनेक्ट किया जाता हे और वाइंडिंग का कुछ हिस्सा सेकेंडरी साइड का काम करता हे।

 

Question 6 – शेल टाइप ट्रांसफार्मर और कोर टाइप ट्रांसफार्मर का कहा उपयोग होता हे।

Answer –कोर टाइप ट्रांसफार्मर जहा वोल्टेज का मूल्य ज्यादा हो (हाई वोल्टेज)वह उपयोग किया जाता हे। जैसे पावर स्टेशन में पावर ट्रांसफार्मर,सुब स्टेशन में डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर और ऑटो ट्रांसफार्मर मर भी उपयोग होता हे।

शेल टाइप ट्रांसफार्मर लॉ वोल्टेज में उपयोग किया जाता हे। जैसे की इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और पावर इलेक्ट्रॉनिक कन्वर्टर में प्रयोग होता हे।

 

Question 7 – पावर ट्रांसफार्मर क्या हे ?

Answer – पावर ट्रांसफार्मर का उपयोग जनरेटिंग स्टेशन नो में जहा हाई वोल्टेज रेहता हे वहा किया जाता हे। ज्यादातर जनरेटिंग स्टेशन में वोल्टेज को स्टेप उप करने के लिए उपयोग किया जाता हे जहा वोल्टेज का मूल्य 33 KV और उसके उपर रहता हे।

पावर ट्रांसफार्मर में Efficiency अच्छी होती हे क्युकी ज्यादातर ये ट्रांसफार्मर 100% लोड पे ही होता हे। पावर ट्रांसफार्मर का रेटिंग याने कैपेसिटी 200 mva और उससे ज्यादा होता हे।

 

Star Delta Starter in Hindi

 

Question 8 – डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर क्या हे ?

Answer – डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर जो वोल्टेज को डिस्ट्रीब्यूट करता हे। डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर पावर ट्रांसफार्मर से छोटा रहता हे। 33kv से कम मूल्य का वोल्टेज के लिए उपयोग किया जाता हे।

औद्योगिक एकम और घरेलु उपयोग के लिए बिजली का डिस्ट्रीब्यूशन इसी ट्रांसफार्मर से किया जाता हे। और ये हमेशा एक लोड पे नहीं रहता, लोड कम ज्यादा होता रहता हे। जो कस्टमर के उपयोग पे आधार रखता हे इसीलिए डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर की Efficiency  60-70 % रहती हे।

 

Question 9 – करंट ट्रांसफार्मर (C T) क्या है ?

Answer – करंट ट्रांसफार्मर एक इंस्ट्रूमेंट ट्रांसफार्मर का टाइप हे जिसको  को CT भी कहा जाता हे। इसका मुख्य उपयोग हाई करंट वैल्यू को कम करके प्रोटेक्टिव डिवाइस और मेजरिंग इंस्ट्रूमेंट में होता हे।

करंट ट्रांसफार्मर की प्राइमरी साइड हाई करंट से कनेक्ट होती हे और सेकेंडरी साइड पे हमें CT रेशियो के हिसाब से आउटपुट मिलता हे। CT की सेकेंडरी साइड को कभी ओपन रखा नहीं जाता क्युकी हाई करंट जनरेट होक ct जल सकती हे।

 

Electrical Interview Question-Circuit Breaker

 

Question 10 – पोटेंशियल  ट्रांसफार्मर(PT) क्या है ?

Answer – पोटेंशियल ट्रांसफार्मर भी इंस्ट्रूमेंट ट्रांसफार्मर का एक टाइप हे। जिसको PT भी कहा जाता हे। इसका मुख्य उपयोग वोल्टेज की ऊंची वैल्यू को कम करके प्रोटेक्टिव डिवाइस और मेजरिंग इंस्ट्रूमेंट में होता हे। 

पोटेंशियल ट्रांसफार्मर की प्राइमरी साइड हाई वोल्टेज से कनेक्ट होती हे और सेकेंडरी साइड वोल्टेज रेशियो के हिसाब से हमें आउटपुट मिलता हे। ज्यादातर PT का आउट पुट 110 V AC रहता हे जो रिले और मीटरिंग में उपयोग किया जाता हे।

 

Question 11 – स्टेप अप और स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर क्या है ?

Answer –स्टेप उप जो बढ़ाता हे, इनक्रीस करता हे। प्राइमरी में दिया गया एक मूल्य के वोल्टेज जो सेकेंडरी में उस मूल्य से ज्यादा वोल्टेज मिलता हे उसे स्टेप उप ट्रांसफार्मर कहते हे। Ex.-प्राइमरी 11kv/22kv सेकेंडरी।

स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर इसीलिए कहते हे क्युकी ये वोल्टेज को डाउन करता हे। इसमें प्राइमरी वोल्टेज का मूल्य ज्यादा होता हे। और सेकेंडरी में प्राइमरी से कम होता हे। ये वोल्टेज को डाउन करता हे इसीलिए इसे स्टेप डाउन कहते हे। Ex.- प्राइमरी 11 kv/0.433 kv सेकेंडरी।

 

Electrical Engineering Interview questions – Transformer

 

Question 12- ट्रांसफार्मर में कोर को लैमिनेटेड क्यों किया जाता हे ?

Answer – ईडी (eddy) करंट लोसिस को काम करने के लिए ट्रांसफॉमर में कोर को लैमिनेट किया जाता हे।

 

Question  13- ट्रांसफार्मर में आयल का क्या काम हे ?

Answer – ट्रांसफार्मर में आयल के दो मुख्य काम हे। एक ट्रांसफार्मर को ठंडा रखता हे दूसरा वाइंडिंग के लिए इंसुलेशन का काम करता हे।

 

Question 14 – ट्रांसफार्मर आयल की BDV कितनी होनी चाहिए।

Answer – ट्रांसफार्मर आयल की BDV(Break down voltage)40kv होनी चाहिए और  आयल टेस्टर में 2.5sq mm की गैप में होनी चाहिए। BDV इम्प्रूव करने के लिए साल में एक बार 60’C पे आयल को फ़िल्टर किया जाता हे।

 

Question 15 -ट्रांसफार्मर में ईडी (eddy ) करंट लोसिस क्या है ?

 Answerट्रांसफार्मर में हम प्राइमरी वाइंडिंग में AC सप्लाई प्रदान करते हे। यह प्रत्यावर्ती धारा कोर में बारी-बारी से चुम्बकीय प्रवाह का उत्पादन करती है और ये फ्लक्स सेकेंडरी वाइंडिंग से भी लिंक होती हे। इसलिए, सेकेंडरी में वोल्टेज उत्पन्न होगा।

जिसके परिणामस्वरूप धारा इसके साथ जुड़े भार से प्रवाहित होगी। ट्रांसफार्मर के कुछ फ्लक्स अन्य ट्रांसफॉर्मिंग पार्ट्स जैसे कि स्टील कोर या ट्रांसफार्मर की आयरन बॉडी आदि के साथ भी लिंक हो जाता है।

ट्रांसफॉर्मर के इन हिस्सों के साथ वैकल्पिक लिंक के रूप में, लोस के रूप से प्रेरित ईएमएफ होगा। इस असर के कारण, ऐसी करंट होंगी जो ट्रांसफार्मर के उस हिस्से पर स्थानीय रूप से घूमेंगी।

ये सर्कुलटिंग करंट ट्रांसफार्मर के उत्पादन में योगदान नहीं करेगी और गर्मी के रूप में विघटित हो जाएगी। इस प्रकार की ऊर्जा हानि को ट्रांसफॉर्मर की ईडी करंट लॉस कहा जाता है।

 

Question 16 -ट्रांसफार्मर में हिस्टैरिसीस लोस् किसे कहते हे ?

Answer – ट्रांसफार्मर कोर में लागू मैग्नेटो मोटिव बल या MMF Alternating है। इस को डायरेक्शन चेंज होने के कारण हर चक्र के लिए अतिरिक्त काम करना होगा। इस कारण से, विद्युत ऊर्जा की खपत होगी जिसे ट्रांसफार्मर के हिस्टैरिसीस नुकसान के रूप में जाना जाता है।

 

Electrical Interview Questions-Generator

ट्रांसफोरमे के कार्य अवं भाग  

 

Question 17 -हिस्टैरिसीस लॉस कैसे कम कर सकते हे ?

Answer –

अच्छी चुंबकीय सामग्री(सुवाहक)का उपयोग करके।

मेग्नेटिक फ्लक्स की डेन्सिटी कम उपयोग करके।

 

Question 18 – ट्रांसफार्मर का रेटिंग KVA में क्यों होता हे ?

Answer – ट्रांसफार्मर का कॉपर लॉस करंट पे आधार रखता हे और आयरन लॉस वोल्टेज पे आधार रखते हे। इसीलिए ट्रांसफार्मर के टोटल लॉस वाल्ट-एम्पेयर पे आधार रखता हे।

ट्रांसफार्मर का लॉस पावर फैक्टर पे आधार नहीं रखता। जो मोटर और दूसरे उपकरण में रखता हे। ट्रांसफार्मर का लोसिस VA में रहता हे इसीलिए इसका रेटिंग VA और KVA में रहता हे। 

 

Question 19 -ट्रांसफार्मर में कोन  कोन  से टेस्ट किया जाता हे ?

Answer –

– डायरेक्ट लोडिंग टेस्ट

– ओपन सर्किट टेस्ट

– शार्ट सर्किट टेस्ट

– बैक टू बैक टेस्ट

 

Question 20 -ट्रांसफार्मर में ओपन सर्किट टेस्ट क्यों किया जाता हे ?

Answer – ट्रांसफार्मर में आयरन लॉस की वैल्यू जानने के लिए ओपन सर्किट टेस्ट ट्रांसफार्मर के रेटेड वोल्टेज पे किया जाता हे।

              

Question 21 -ट्रांसफार्मर में शार्ट सर्किट टेस्ट क्यों किया जाता हे ?

Answer – ट्रांसफार्मर में कॉपर लॉस की वैल्यू जानने के लिए शार्ट सर्किट टेस्ट HV साइड में किया जाता हे।

 

Question  22- ट्रांसफार्मर में बैक टू बैक sumpner’s  टेस्ट क्यों किया जाता हे ?

Answer – ट्रांसफार्मर में बैक टू बैक टेस्ट ट्रांसफार्मर की Efficiency और ट्रांसफार्मर वाइंडिंग टेम्प्रेचर किता बढ़ता हे ये जानने के लिए किया जाता हे।

Electrician interview questions- Motor Starter

 

Question 23- ट्रांसफार्मर को समानांतर चलाने के लिए क्या शर्तें हैं?

Answer –

दो नो ट्रांसफार्मर का KVA रेटिंग समान होना चाहिए।

ट्रांसफार्मर की पोलेरिटी सामान होनी चाहिए।

दो नो का वोल्टेज राशियों एक समान होना चाहिए।

फेज Sequence समान होना चाहिए।

इम्पीडेन्स का परसेंटेज समान होना चाहिए।

 

Question 24 – ट्रांसफार्मर के भाग कोनसे हे।

Answer – ट्रांसफार्मर के भाग में ट्रांसफार्मर आयल टैंक, वाइंडिंग, लैमिनेटेड कोर, ब्रेअथेर, टेप चेंजर, बुचोल्ज रिले, एक्सप्लोज़न वेंट, ड्रेन वाल्व, HT LT बुशिंग, अर्थिंग पॉइंट, टेम्प्रेचर गेज, रेडिएटर, कण्ट्रोल बॉक्स।

 

Question 25 -ट्रांसफार्मर में Breather का क्या काम हे ?

Answer – ब्रीथर ट्रांसफार्मर में स्वसन अंग की तरह काम करता हे। अंदर की हवा बहार निकल ता हे और बहार की हवा को मॉइस्चर फ्री करके अंदर लेता हे। जिसमे सिलीजा जेल काम मॉइस्चर को absorb करता हे।

 

Question 26 – ट्रांसफार्मर में buchholz  रिले का काम क्या हे ?

Answer – ट्रांसफार्मर में buchholz रिले इंटरनल प्रोटेक्शन के लिए उपयोग किया जाता हे। इसे कन्सेर्वटोर और main टैंक के बीचमे लगाया जाता हे।

यदि ट्रांसफार्मर में कोई असामान्यता होती हे तो गैसिस जनरेट होता हे। जो ऊपर की तरफ प्रेशर करता हे जहा  buchholz रिले लगा हे। रिले में mercury स्विच होती हे जो प्रेशर से ऑपरेट होती हे और ब्रेकर को ट्रिप का कमांड मिल जाता हे।

 

Question 27-ट्रांसफार्मर में कन्सेर्वटोर का काम क्या हे ?

Answer – कन्सेर्वटोर टैंक ट्रांसफार्मर में आयल  की पूर्ति के लिए उपयोग किया जाता हे। ट्रांसफार्मर लोड पे रहने के कारण उसमे टेम्प्रेचर कम ज्यादा होता रहता हे। और तापमान के साथ आयल का भी Expansion और संकोचन होता हे।

इसीलिए, ट्रांसफार्मर टैंक के उपर एक छोटा टैंक होता हे जो आयल को मेन्टेन करता हे उसे कन्सेर्वटोर टैंक कहते हे। जिसमे एक लेवल इंडिकेटर भी होता हे जिसे हमें आयल का मौजूदा लेवल पता चलता हे। 

Electrical Engineering Interview Questions – Power Factor

 

Question 28 – ट्रांसफार्मर का रेटिंग KVA में क्यू होता हे ?

Answer 28 –

(1) ट्रांसफार्मर बनाने वाले कंपनी को नहीं मालूम होता की कोनसा लोड कनेक्ट होगा।
ट्रांसफार्मर सिर्फ इलेक्ट्रिकल एनर्जी को ट्रांसफर करता हे। ट्रांसफार्मर का खुद का लोड नहीं होता और नहीं वो लोड ले सकता हे । पर वो जिस लोड को ट्रांसफर करता हे उसका पावर फैक्टर कितना होगा वो फिक्स नहीं होता। इसीलिए ट्रांसफार्मर का रेटिंग kva में होता हे।

KVA – Kilo Volt Ampere – आभासी पावर – ट्रांसफार्मर और जनरेटर रेटिंग
KW – Kilo Watt – वास्तविक पावर – मोटर का रेटिंग होता हे।

(2) ट्रांसफार्मर के कॉपर और आयरन लोसिस वोल्टेज और करंट याने VA पे आधार रहता हे। इसीलिए इसका रेटिंग KVA हे।

 

Question 29 – ट्रांसफार्मर में कोनसे लोसिस होते हे ?

Answer  29 – ट्रांसफार्मर में दो मुख्य लोसिस होते हे।

(1) कोर और आयरन लॉस- जिसमे हिस्टेरिसिस लॉस और एड्डी करंट लॉस ये लोसिस फिक्स होते हे। जो वोल्टेज पे आधार रखता हे।
(2) कॉपर लॉस – ये लोसिस वेरिएबल होते हे। और लोड याने करंट पे आधार रखता।

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