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Electric Vehicle In Hindi – इलेक्ट्रिक वाहन

Electric Vehicle In Hindi
Electric Vehicle In Hindi

इलेक्ट्रिक व्हीकल याने इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाला व्हीकल। जिसमे इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक बाइक और इलेक्ट्रिक स्कूटर जैसे व्हीकल जिसे भारत के ऑटो सेक्टर का भविष्य माना जाता है । इलेक्ट्रिक व्हीकल क्या है ?  इलेक्ट्रिक व्हीकल कैसे काम करता है ? भारत में कोनसा इलेक्ट्रिक व्हीकल बेस्ट है । इसकी सम्पूर्ण जानकारी हम Electric Vehicle in Hindi यहाँ से मिलेगी ।

  Electric Vehicle क्या है ? What is Electric Vehicle In Hindi

इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाले व्हीकल को इलेक्ट्रिक व्हीकल कहते है। इसे EV के नाम से भी जाना जाता है। इस प्रकार के व्हीकल में इंटरनल कंबन्सीव इंजिन नहीं होता। जो पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ी में होता है।

इलेक्ट्रिक कार में इलेक्ट्रिसिटी का सोर्स बैटरी है। बैटरी को चार्ज किया जाता है। बैटरी से इलेक्ट्रिसिटी का संग्रह होता है। बैटरी की यह इलेक्ट्रिक एनर्जी को मैकेनिकल मैकेनिकल एनर्जी में कन्वर्ट किया जाता है।

इलेक्ट्रिक व्हीकल में बैटरी DC पावर जनरेट करती है। व्हीकल में थ्री फेज AC इंडक्शन मोटर का इस्तेमाल होता है। बैटरी के DC सप्लाई को इन्वर्टर के द्वारा AC में कन्वर्ट किया जाता है।

इस AC सप्लाई को थ्री फेज इंडक्शन मोटर चलायी जाती है। मोटर के साथ गियर बॉक्स लगा होता है। यहां इलेक्ट्रिक मोटर मैकेनिकल गियर बॉक्स को घुमाता है। और इलेक्ट्रिक एनर्जी का मैकेनिकल एनर्जी में रूपांतर होता है।

 Electric Vehicle in Hindi

Electric Vehicle in Hindi

इलेक्ट्रिक कार का इतिहास – History of Electric Vehicle

सही में इलेक्ट्रिसिटी मानव जीवन के लिए कोई वरदान से कम नहीं है। बैंजामिन फ्रेंक्लिन ने इलेक्ट्रिसिटी का अविष्कार से दुनिया को बहोत बड़ा तोहफा दिया है। आज एक के बाद एक क्षेत्र में बढ़ती टेक्नोलॉजी बिना इलेक्ट्रिसिटी के संभव नहीं है।

इलेक्ट्रिसिटी के अविष्कार के बाद सन 1832 स्कॉटलैंड के वैज्ञानिक रोबर्ट एंडर्सन ने किया था। इसके बाद 18 मि सदी के अंत और 19 मि सदी के शरुआत में इलेक्ट्रिक कार का चलन बढ़ने लगा।

18 मि सदी के अंत में इलेक्ट्रिक के व्हीकल बनाये गए थे, जिनकी स्पीड 100 किलोमीटर पर घंटे होती थी। जिनमे केमिल जेनान्जी का जमेस कंटेंट वाहन शामिल है।

19 मि सदी के शरुआत में इलेक्ट्रिक वाहन काफी प्रचलित हुए थे। इसमें इलेक्ट्रिक कार के निर्माता ने भी काफी दिलचस्पी दिखाई थी।

सन 1900 से 1920 का समय इलेक्ट्रिक कार के लिए कॉम्पिटिशन का रहा। एक तरफ ईंधन से चलने वाली गाड़िया थी दूसरी तरफ इलेक्ट्रिक से चलने वाली कार थी।

इलेक्ट्रिक कार में शोर नहीं था, पोल्लुशण नहीं था। पर ईंधन से चलने वाली कार की तुलना में इलेक्ट्रिक कार की कीमत बहुत ज्यादा थी। बिजली की आपूर्ति भी नहीं हो रहा था। बिजली का भी संकट था।

पेट्रोल और डीजल कार के लिए ईंधन आसानी से उपलब्ध था। इसमें समय की भी बचत थी इसीलिए, लोगो का झुकाव पेट्रोल और डीजल की गाड़िओ की तरफ ज्यादा रहा।

1912 में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार 1925 के बाद लुप्त होने लगी थी। पर आज फिर एक बार दुनिया इलेक्ट्रिक कार की तरफ बढ़ रही।

ईंधन के सामने इलेक्ट्रिसिटी से बेहतर विकल्प दुनिया के पास नहीं है। आज दुनिया का हर एक देश इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ आगे बढ़ रहा है।

 

इलेक्ट्रिक व्हीकल, इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक स्कूटर, इलेक्ट्रिक बाइक कैसे काम है। Electric Vehicle Works

हमने पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़िया का अनुभव किया है। पे एक ऐसा डोर जा चूका जब इलेक्ट्रिक गाड़ी चलायी जाती थी। पृथ्वीलोक की मज़बूरी के कारण यह समय वापस आ रहा है।

जिसने इलेक्ट्रिसिटी से चने वाले व्हीकल नहीं देखा, उसके मनमे सवाल उठना लाजमी है। की कैसे चलता है इलेक्ट्रिक व्हीकल ?

दोस्तों इलेक्ट्रिक व्हीकल इलेक्ट्रिसिटी से चलता है। इसमें इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक स्कूटर,इलेक्ट्रिक बाइक या कोई भी इलेक्ट्रिक व्हीकल को चलाने के लिए इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल होता है।

हमने इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाले उपकरण हमारे घर में देखे है। सार्वजानिक जगह पे और खासकर इंडस्ट्रीज के उपकरण हमे इलेक्ट्रिक से चलते उपकरण देखा है।

हमारे घर की बात करे तो, हमारे घेरमें घूमने वाला सीलिंग फैन, या इलेक्ट्रिक मोटर से घूमने वाली आटा चक्की। एक इलेक्ट्रिक एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में कन्वर्ट करता है। और हमें आउटपुट मिलता है।

 

इलेक्ट्रिक व्हीकल की वर्किंग पद्धति  

इलेक्ट्रिक कार की वर्किंग पद्धति कबंसन इंजिन वाले व्हीकल से बहुत आसान है। यहाँ इलेक्ट्रिक एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में कन्वर्ट किया जाता है।

Electric Gadi में ईंधन की तोर पर इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल होता है। इलेक्ट्रिसिटी के लिए लिथियम आयरन बैटरी का इस्तेमाल होता है। यह बैटरी का इस्तेमाल हमारे मोबाइल में भी होता है।

बैटरी हमें DC सप्लाई प्रदान करती है। इस DC सप्लाई AC में कन्वर्ट करने के लिए इन्वर्टर का इस्तेमाल होता है। जैसा इन्वर्टर हमारे घर पे होता है, ठीक वैसा ही काम यह इन्वर्टर करता है।

इन्वर्टर से निकल ने वाला AC सप्लाई थ्री फेज इंडक्शन मोटर को दिया जाता है। और मोटर घूमती है। घूमती हुई मोटर और घूमती हुई कार के बीचमे एक गियर बॉक्स होता है। गियर बॉक्स द्वारा उत्पन्न हुई मैकेनिकल एनर्जी हमें कार की गति के रूप में मिलती है।

इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी की क्षमता के आधार पर चलता है। कितने किलो मीटर चलेगी यहाँ बैटरी कैपेसिटी पे आधार होता है। यह बैटरी रिचार्जेबल होती है। डिस्चार्ज होने के बाद इसे चार्ज करके उपयोग किया जाता है।

 

इलेक्ट्रिक व्हीकल के मुख्य भाग – Parts of Electric Vehicle in Hindi

Electric व्हीकल की रचना बहुत सिंपल होती है। यदि हम पेट्रोल और डीजल व्हीकल की टूना करे तो, ये व्हीकल को समजना बहुत आसान है । इस व्हीकल को समझने के लिए इसके मुख्या भागो को समझना चाहिए। यहाँ इलेक्ट्रिक व्हीकल के मुख्य भाग दिया गया है।

 

Electric Vehicle In Hindi

Electric Vehicle in Hindi

1 – Battery  – बैटरी

इलेक्ट्रिक व्हीकल में बैटरी हदय सामान है। Electric gadi का सम्पूर्ण आधार बैटरी पर रहता है। एक तरह से बैटरी इलेक्ट्रिक कार का भोजन है। बैटरी रेचार्जेबले होती है। डिस्चार्ज होने के बाद इसे फिरसे चार्ज किया जा सकता है।

इसमें लेद एसिड और लिथियम आर्यन का इस्तेमाल होता है। ज्यादातर बैटरी लिथियम आर्यन ही होती है। इसकी कार्यक्षमता और अच्छी होती है और लाइफ अच्छी होती है।

बैटरी का मुख्य काम इलेक्ट्रिक मोटर को पावर प्रदान करना है। साथ में व्हीकल के सिग्नल, साइड लाइट और बाकि फक्शन के लिए इलेक्ट्रिक सप्लाई पूरा करती है।

चार्जिंग डिस्चार्जिंग के दौरान बैटरी ज्यादा हीट हो जाती है। बैटरी की इस गर्मी को दूर करने के लिए गैसोलीन का इस्तेमाल होता है।

 

2 – Electric Motor – इलेक्ट्रिक मोटर 

इलेक्ट्रिक कार में थ्री फेज इंडक्शन मोटर का इस्तेमाल होता है। मोटर हम सबने देखा है। जिसे इलेक्ट्रिसिटी से चलाया जाता है। मोटर इलेक्ट्रिक एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में कन्वर्ट करता है।

यहाँ थ्री फेज इंडक्शन मोटर AC सप्लाई से चलती है। यह मोटर की स्पीड 18000 RPM तक होती है। यह मोटर कार को गति प्रदान करती है।

मोटर की कैपेसिटी जितनी ज्यादा होती है, उतना गाड़ी टॉर्क ज्यादा होता है। पर बिजली की खपत भी ज्यादा होती है।

 

3 – Inverter – इन्वर्टर

Electric Gadi में इन्वर्टर का रोल बहुत महत्व का होता है। जिस तरह आमजीवन में दुभाषिया का काम होता है, ठीक वैसे ही इन्वेटर काम करता है।

बैटरी से मिलने वाली इलेक्ट्रिसिटी DC है। हमें AC थ्री फेज मोटर चलाना है, तो DC सप्लाई को AC में रूपांतर करना पड़ता है।

इन्वर्टर का मुख्य काम DC को AC में रूपांतर करना है। इन्वर्टर में बैटरी का इनपुट दिया जाता है। और आउटपुट गाड़ी की मोटर और अन्य जगह पे यूज़ होता है।
इन्वर्टर सप्लाई की फ्रीक्वेंसी को भी कण्ट्रोल करता है। जिसके कारण मोटर की स्पीड कम और ज्यादा होती है।

 

4 – Charging Point – चार्जिंग पॉइंट

इलेक्ट्रिक स्कूटर हो या कार, हरएक इलेक्ट्रिक व्हीकल में चार्जिंग पॉइंट होता है। इस चार्जिंग पॉइंट से व्हीकल की बैटरी चार्ज होती है।

चार्जिंग पॉइंट बहार के पावर सप्लाई के साथ प्लग टॉप से जोड़ा जाता है। इससे बैटरी चार्ज होती है।

बैटरी को चार्ज रखना एक जरुरी प्रक्रिया है। इसीलिए इसका इस्तेमाल लगभग रोज होता है।

 

5 – Battery Management Syastem (BMS)

Electric gadi का सबसे बड़ी समस्या दूर करने वाला भाग bms है। इलेक्ट्रिक कार में बहुत सारे बैटरी के सेल का इस्तेमाल होता है। उसकी चार्ज और डिस्चार्जिंग की प्रक्रिया चलती रहती है।

बैटरी सेल के चार्ज और डिस्चार्जिंग की प्रक्रिया के दौरान वोल्टेज और करंट स्थिर रहना जरुरी है। बैटरी के सभी सेल एक साथ चार्ज और डिस्चार्ज होना जरुरी है।

बैटरी की UN Evan चार्जिंग प्रक्रिया से बैटरी बहुत जल्दी ख़राब हो सकती। BMS इस सभी प्रक्रिया का मैनेजमेंट करता है।

चार्जिंग डिस्चार्जिंग की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है। शरुआत में ये बड़ी समस्या थी जिसे BMS द्वारा दूर किया गया।

 

6 – Power Control Unit PCU
  • Electric Gadi में सबसे अगत्य का काम पावर कण्ट्रोल यूनिट का है। ये व्हीकल के माइंड का काम करता है। इलेक्ट्रिक व्हीकल के नियत्रण का काम करता है।
  • इलेक्ट्रिक व्हीकल कण्ट्रोल की पूरी जिम्मेदारी PCU की होती है।
  • इलेक्ट्रिक व्हीकल की स्पीड, बैटरी, सेफ्टी और आरपीएम जैसे सभी पैरामीटर हमें PCU से मिलते है।
  • बैटरी की चार्जिंग डिस्चार्जिंग की प्रक्रिया हमें PCU के द्वारा पता चलता है।
  • मोटर का कितना आउट पूत मिलता है ? यह हमें PCU से ही पता चलता है।
  • इलेक्ट्रिक गाड़ी की सुरक्षा के सिग्नल भी हमें PCU से मिलता है।
7 – Regenrative Breaking Unit

Regenrative ब्रेकिंग यूनिट व्हीकल को ब्रेक करने के लिए होता है। यह regenerative सिस्टम की एक खासियत है की, जब हम ब्रेक करते है तब इलेक्ट्रिसिटी जनरेट होती है। और यह इलेक्ट्रिसिटी से बैटरी चार्ज होती है।

इसमें जब ब्रेक लगाते है, तो इलेक्ट्रिक सप्लाई कट होता है। पर काइनेटिक एनर्जी के कारण मैकेनिकल पावर मिलता है।

इसीलिए मोटर जनरेटर की तरह काम करने लगती है। जिसे बैक EMF इन्दुस होता है। जो व्हीकल को ब्रेक भी करता है और बैटरी को चार्ज भी करता है।

Advantage of Electric Vehicle ( Electric Car, bike Scooter) लाभ 

1 – इलेक्ट्रिक व्हीकल में सबसे बड़ा लाभ पोल्लुशण कम होता है। आज दुनिया ग्लोबल वार्मिंग जैसे समस्या के सामने जुज रहा है। धीरे धीरे पोल्लुशण की मात्रा इतनी बढ़ रही है की, आने वाले समय में मानव जीवन मुश्किल हो जायेगा।
पोल्लुशण कम करने में इलेक्ट्रिक व्हीकल बहुत बड़ा रोल निभा सकता है।

2 – रनिंग कोस्ट बहुत कम होती है। पेट्रोल और डीजल की तुलना में Electric Gadi में ये खर्चा बहुत कम होता है। पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम ने आम इंसान परेशान कर रखा है।
आज पेट्रोल गाड़ी की रनिंग कॉस्ट 5 से लेकर 15 रुपये तक है। वहां इलेक्ट्रिक car में 1 रुपये से भी कम रनिंग कॉस्ट रहती है।

3 – इलेक्ट्रिक गाड़ी में बहुत कम मैंटेनैंस रहता है। इसकी रचना सिंपल होती है। इसमें इंजन नहीं होता। लगभग जीरो मैंटेनैंस कहा जाता है।

4 – इलेक्ट्रिक व्हीकल में एनर्जी वेस्ट नहीं होती। कबंसन इंजन की तुलना में एनर्जी वेस्ट बहुत कम होता है।

5 – इलेक्ट्रिक मोटर में अक्सेलरेशन टाइम बहुत कम होता है । याने स्टार्टिंग टॉर्क बहुत ज्यादा होता है ।

 

Disadvantage of Electric Vehicle ( Car, Bike, Scooter ) गेरलाभ 

1 – इलेक्ट्रिक व्हीकल का सबसे बड़ा गेरलाभ है इसकी माइलेज। इसकी सिंगल चार्जिंग के बाद माइलेज कैपेसिटी कम होती है। इसीलिए, लम्बी दुरी पर ले जाना ठीक नहीं रहता। आज कल हर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी इस दिशामे काम कर रही है।

2 – बैटरी को रिचार्ज करने में ज्यादा समय लगता है। आज किसी के पास समय नहीं है। ऐसे में घंटो तक चार्जिंग के लिए वेट करना ठीक नहीं लगता। पर ये अच्छी बात है की फ़ास्ट चार्जिंग से ये समय सिमा 6 घंटे की जगह 1 घंटे में हो जाता है।

3 – बैटरी की लाइफ लाइफ
इलेक्ट्रिक कार में बैटरी की कोस्ट सबसे ज्यादा है। आमतौर पर बैटरी की लाइफ 3 से 5 साल होती है। बैटरी बदलने की कीमत ज्यादा होने से एक बड़ा बोज जेब पे पड़ता है। इसमें भी हर जगह R & D की टीम बैटरी की लाइफ इन्क्रेस करने के काम में लगी हुई है।

4 – इलेक्ट्रिक व्हीकल की कीमत बहुत ज्यादा है। व्हीकल लेना हर किसी के लिए एक सपना होता है।
पेट्रोल और डीजल व्हीकल की तुलना में इलेक्ट्रिक व्हीकल की कीमत बहुत ज्यादा है। पेट्रोल कार से लगभग डबल कीमत होती है। इसमें सरकार सब्सिडी देकर गैप को कम करने की कोशिश कर रही है।

5 – हमारे देश में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप नहीं हुआ है। चार्जिंग स्टेशन अभी बने नहीं है। हरएक राज्य सरकार ने शरुआत की है पर इसपे फ़ास्ट काम होना जरुरी

 

Best Electric Vehicle in India

Electric vehicle इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक स्कूटर, इलेक्ट्रिक बाइक, इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर जैसे सभी वाहन होते है। पर आज हमारे देश में इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाले वाहनों में ज्यादा ऑप्शन नहीं है। इन ऑप्शन में सबसे अच्छा व्हीकल कोनसा है ये त्यय करना थोड़ा कठिन है। पर आने वाला समय इलेक्ट्रिक व्हीकल का है, ये निःसंदेह है ।

यहाँ इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाला टॉप फाइव इलेक्ट्रिक व्हीकल की लिस्ट दी गयी है। जिसे आपको अपने लिए अच्छा व्हीकल पसंद करने में आसानी रहेगी।

 

Top Five Electric Car In India

यहाँ टॉप फाइव इलेक्ट्रिक कार का लिस्ट है । ये आज के समय में हमारे देश में जो सबसे अच्छी इलेक्ट्रिक कार है । यहाँ से आप अपने लिए कोनसी कार अच्छी है, ये पसंद कर सकते हो।

Sr. No. Company Model Price KM/ Range
1 Hundai Kona 23.91 452
2 Tata Tigor EV 14 L 306
3 Tata Nexon EV 16.8 L 312
4 MG MG ZS EV 24.7 L 419
5 Audi E tron 1.20 Cr. 484

 

Electric Vehicle in Hindi

Electric Vehicle in Hindi

Top Five Electric Bike in India

इलेक्ट्रिक बाइक युवाओ की पहली पसंद रहती है। शानदार दिखने वाली बाइक हर किसी को आकर्षित करती है। हमारे देश में इलेक्ट्रिक बाइक की संख्या बढ़ रही है। यहाँ पांच ऐसे मॉडल दिए है, जो हाल में हमारे देश में चल रहे है।

Sr. No. Company Model Price KM/Charge
1 Ultraviolette Ultraviolette F77 3 L 150
2 Revolt Revolt RV 300 1.10L 180
3 Odysee Electric Odysee Evoiqs 1.57 L 140
4 One Electric Kridn 1.29 L 110
5 Kabira Mobility Kabira km 1.36 L 150

 

Top Five Electric Scooter In India

इलेक्ट्रिक स्कूटर शहरमे सबसे ज्यादा घूमने वाला वाहन होता है। पेट्रोल स्कूटर के सामने इलेक्ट्रिक स्कूटर का बहुत अच्छा विकल्प आ गया है । बहुत अच्छी रेंज के साथ भारतीय बाजार में कुछ कंपनी ओ ने तहलका मचाया है। जिसका लिस्ट निचे दिया गया है।

Sr. No. Company Model Price KM/Charge
1 One Electric Simple one 1.10L 236
2 Rivot Rivot NX 100 1.40L 280
3 Ola Electric Ola s1 Pro 1.10L 181
4 Raft Induse Raft Induse 1.18 L 480
5 Ather Ather 450 Plus 1.46L 85

 

FAQ For Electric Vehicle in HIndi

1- भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल का भविष्य क्या है ?

भारत दुनिया की सबसे बड़ी दूसरे नंबर की आबादी वाला देश है। यहाँ पेट्रोल और डीजल की खपत बहुत ज्यादा है। पेट्रोल और डीजल के लिए हमें दूसरे पे निर्भर रहना पड़ता है। साथ में पेट्रोल और डीजल वाली गाड़िया पर्यावरण के लिए भी एक खतरा है।

भारत सरकार की सोच इस मामले में बहुत स्पस्ट है। आने वाला समय भारत के ऑटो सेक्टर में सिर्फ इलेक्ट्रिक गाड़िया ही चलेगी।

हमारे देश के वाहन व्यव्हार मंत्री ने ये साफ कर दिया है, की आने वाला समय इलेक्ट्रिक व्हीकल का होगा। 2030 तक भारत के सभी वाहन इलेक्ट्रिसिटी से चलेंगे।

2- इलेक्ट्रिक व्हीकल में बैटरी की लाइफ कितनी होती है ?

इलेक्ट्रिक व्हीकल मेहगे होने का कारण भी इलेक्ट्रिक बैटरी है। इलेक्ट्रिक कार हो, स्कूटर हो या बाइक इसमें बैटरी की कीमत लगभग व्हीकल की कीमत का 30 से 40% होती है।

लोगो का ये सवाल जायज है की, यह बैटरी की लाइफ कितनी है। इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी लाइफ बैटरी के प्रकार एवं कंपनी पे आधार रखता है।

जैसे सल्फुरिक एसिड बैटरी की लाइफ 3 साल होती है। वह लिथियम आर्यन बैटरी की लाइफ 3 से 10 साल तक होती है।

हमारे देश में बैटरी की लाइफ बढ़ाने के लिए बहुत सारी टीम लगी है। नयी टेक्नोलॉजी के कारण सतत बैटरी की क्वालिटी और लाइफ में बढ़ोतरी हो रही है। आने वाले समय में और अच्छे रिजल्ट मिलने की संभावना है।

3- इलेक्ट्रिक व्हीकल में इंजन होता है ?

पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों में कबुन्सन इंजन होता है। पर इलेक्ट्रिक व्हीकल में इंजन नहीं होता। व्हीकल को गति प्रदान करने का काम इलेक्ट्रिक मोटर करता है। याने इंजन का काम इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडक्शन मोटर करता है।

4- इलेक्ट्रिक कार का अविष्कार किसने किया था ?

स्कॉटलैंड के वैज्ञानिक रोबर्ट एंडरसन ने सन 1832 और सन 1839 के बिच में इलेक्ट्रिसिटी से चलनेवाली पहली कार का निर्माण किया था। इसमें नॉन Richargable बैटरी का इस्तेमाल हुआ था।

5- भारत में सबसे पहले इलेक्ट्रिक कार कब बनी ?

भारतीय कंपनी lovebird ने सन 1993 में पहली इलेक्ट्रिक कार बाजार में उतारी थी।

6- Electric व्हीकल पे कितनी सब्सिडी मिलती है ?

भारत सरकार का प्रयास साफ है, नियत भी साफ है। इसीलिए सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक व्हीकल पे सब्सिडी दे रही है। केंद्र सरकार की सब्सिडी के साथ राज्य सरकार भी Electric Gadi  पे सब्सिडी दे रही है। राज्य सरकारों की सब्सिडी अलग – अलग है।

भारत सरकार fame-2 स्किम के तहत सब्सिडी दे रही है। जिसमे इलेक्ट्रिक व्हीकल को बैटरी कैपेसिटी के हिसाब से सब्सिडी मिलती है। जिसमे 1 kwh- के लिए 15,000 हज़ार के हिसाब से दिया जाता है। हरेक व्हीकल में इसकी एक सिमा त्यय की गयी है।

राज्य सरकार में महाराष्ट्र EV पालिसी, गोवा EV पालिसी, गुजरात और हरयाणा सरकार ने भी इलेक्ट्रिक व्हीकल पालिसी तैयार की गयी है। लगभग सभी राज्य सरकार इस दिशामे काम कर रही है।

Best Electric Bike in India 2022 – इलेक्ट्रिक बाइक

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Electric Vehicle In Hindi के आर्टिकल वहां से जुडी सम्पूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है। फिर भी यदि इलेक्ट्रिक वाहन से सम्बंधित कोई सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते है।

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