Class 6 Sanskrit Chapter 3 Notes Summary अहं च त्वं च
अहं च त्वं च Class 6 Summary
प्रस्तुत पाठ में अस्मद् और युस्मद् शब्दों के प्रयोग को चित्रों के माध्यम से बताया गया है। साथ ही पुंलिङ्ग व स्त्रीलिङ्ग शब्दों के तीनों वचनों का प्रयोग सरलता से समझाया गया है। प्रतिदिन प्रयोग किए जानेवाले व्यवहारिक शब्दों का पुंलिङ्ग व स्त्रीलिङ्ग और तीनों वचनों में रूप विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक है। प्रश्नोत्तर विधि द्वारा सम्वाद शैली विद्यार्थियों के लिए बहु उपयोगी है।
अहं च त्वं च Class 6 Notes
मूलपाठः, शब्दार्थाः, सरलार्थाः, अभ्यासकार्यम् च
(क)
मम नाम भरतः । अहं छात्रः ।
मम नाम गणेशः । अहं शिक्षकः ।
मम नाम गौतमः । अहं चिकित्सकः ।
मम नाम राघवः । अहं कृषकः ।
शब्दार्था:-
मम – मेरा ।
नाम – नाम ।
अहं – मैं।
छात्रः – छात्र।
शिक्षकः – अध्यापक |
चिकित्सकः – चिकित्सक (डॉक्टर) ।
कृषक:- किसान।
सरलार्थ:-
मेरा नाम भरत है। मैं छात्र हूँ।
मेरा नाम गणेश है। मैं शिक्षक हूँ।
मेरा नाम गौतम है। मैं चिकित्सक (डॉक्टर) हूँ।
मेरा नाम राघव है। मैं किसान हूँ।
(ख)
मम नाम मेनका । अहं छात्रा ।
मम नाम प्रियंवदा । अहं शिक्षिका ।
मम नाम सुमित्रा । अहं चिकित्सिका।
मम नाम राधिका । अहं सैनिकी ।
शब्दार्था:-
अहं – मैं |
छात्रा-छात्रा ।
शिक्षिका – अध्यापिका ।
चिकित्सिका – चिकित्सिका (महिला डॉक्टर)।
सैनिकी – सैनिक (महिला) ।
सरलार्थ:-
मेरा नाम मेनका है। मैं छात्रा हूँ।
मेरा नाम प्रियंवदा है। मैं अध्यापिका हूँ।
मेरा नाम सुमित्रा है। मैं चिकित्सिका हूँ।
मेरा नाम राधिका है। मैं सैनिक हूँ ।
पुंलिङ्गम् |
(ग)
त्वं कः ? अहं सैनिकः ।
युवां कौ? आवां सैनिकौ ।
यूयं के? वयं सैनिकाः ।
शब्दार्था:-
त्वम् – तुम । क: – कौन ।
अहं – मैं।
सैनिक: – सैनिक |
युवाम् – तुम दोनों।
कौ – कौन (दो) ।
आवाम् – हम दोनों।
सैनिक – (दो) सैनिक |
यूयं – तुम सब
के – कौन ( अनेक ) ।
वयं – हम सब ।
सैनिका:- सैनिक (अनेक) ।
सरलार्थ:-
तुम कौन हो ?
मैं सैनिक हूँ।
तुम दोनों कौन हो?
हम दोनों सैनिक हैं।
तुम सब कौन हो ?
हम सब सैनिक हैं।
स्थ्रीलिङ्गं
(घ)
त्वं क: ? अहं गायकः ।
युवां कौ? आवां गायकौ ।
यूयं के? वयं गायकाः ।
शब्दार्था:-
गायक :- गायक ।
गायकौ – (दो) गायक ।
गायका: – गायक (अनेक) ।
सरलार्थ:-
तुम कौन हो ? मैं गायक हूँ।
तुम दोनों कौन हो ?
हम दोनों गायक हैं।
तुम सब कौन हो ?
हम सब गायक हैं।
(ङ)
त्वं क: ? अहं पत्रकारः ।
युवां कौ? आवां पत्रकारौ ।
यूयं के? वयं पत्रकाराः ।
शब्दार्था:-
पत्रकार: – पत्रकार ।
पत्रकारौ – (दो) पत्रकार ।
पत्रकाराः – (अनेक) पत्रकार ।
सरलार्थ:-
तुम कौन हो ?
मैं पत्रकार हूँ।
तुम दोनों कौन हो?
हम दोनों पत्रकार हैं।
तुम सब कौन हो ?
हम सब पत्रकार हैं।
(च)
त्वं कः ? अहं पाचकः ।
युवां कौ? आवां पाचकौ ।
यूयं के? वयं पाचकाः।
शब्दार्था:-
पाचक: – रसोइया ।
पाचकौ – (दो) रसोइए ।
पाचका:- (अनेक) रसोइए ।
सरलार्थ:-
तुम कौन हो ?
मैं रसोइया हूँ।
तुम दोनों कौन हो ?
हम दोनों रसोइया हैं।
तुम सब कौन हो ?
हम सब रसोइया हैं।
स्त्रीलिङ्गम्
(छ)
त्वं का? अहं गायिका ।
युवां के? आवां गायिके ।
यूयं का? वयं गायिकाः ।
शब्दार्था:-
का- कौन (स्त्री०) ।
के-कौन (दो) (स्त्री) ।
का: – कौन (अनेक) स्त्री० ।
गायिका – गायिका |
गायिके- (दो) गायिका ।
गायिका: – (अनेक) गायिका ।
सरलार्थ:-
तुम कौन हो ?
मैं गायिका हूँ।
तुम दोनों कौन हो ?
हम दोनों गायिका हैं।
तुम सब कौन हो ?
हम सब गायिकाएँ हैं।
(ज)
त्वं का? अहं तन्त्रज्ञा ।
युवां के? आवां तन्त्रज्ञे ।
यूयं का ? वयं तन्त्रज्ञाः ।
शब्दार्था:-
तन्त्रज्ञा- तकनीशियन ।
तन्त्रज्ञे – (दो) तकनीशियन ।
तन्त्रज्ञा: – (अनेक) तकनीशियन ।
सरलार्थ:-
तुम कौन हो ?
मैं तकनीशियन हूँ।
तुम दोनों कौन हो ?
हम दोनों तकनीशियन हैं।
तुम सब कौन हो ?
हम सब तकनीशियन हैं।
(झ)
त्वं का? अहं नर्तकी ।
युवां के? आवां नर्तक्यौ ।
यूयं का? वयं नर्तक्यः ।
शब्दार्था:-
नर्तकी – नर्तकी ।
नर्तक्यौ – (दो) नर्तकी ।
नर्तक्य – (अनेक) नर्तकी ।
सरलार्थ:-
तुम कौन हो ?
मैं नर्तकी हूँ।
तुम दोनों कौन हो ?
हम दोनों नर्तकियाँ हैं।
तुम सब कौन हो ?
हम सब नर्तकियाँ हैं।
(ञ)
त्वं का? अहं पाचिका ।
युवां के? आवां पाचिके ।
यूयं का? वयं पाचिकाः ।
शब्दार्था:-
पाचिका – रसोई बनाने वाली महिला ।
पाचिके – रसोई बनाने वाली दो महिलाएँ।
पाचिका:- रसोई बनाने वाली ( अनेक ) महिलाएँ।
सरलार्थ:-
तुम कौन हो ?
मैं रसोई बनाने वाली महिला (स्त्री) हूँ।
तुम दोनों कौन हो ?
हम दोनों रसोई बनाने वाली महिलाएँ हैं।
तुम सब कौन हो ?
हम सब रसोई बनाने वाली महिलाएँ हैं।
(ट)
त्वं चित्रकारः असि ।
युवां चित्रकारौ स्थ: ।
यूयं चित्रकाराः स्थ
अहम् आरक्षकः अस्मि ।
आवाम् आरक्षकौ स्वः।
वयम् आरक्षकाः स्मः ।
शब्दार्था:-
चित्रकार: – चित्रकार |
चित्रकारौ – (दो) चित्रकार |
असि – हो।
चित्रकाराः – (अनेक) चित्रकार |
आरक्षक :- सिपाही ।
आरक्षकौ – (दो) सिपाही ।
आरक्षकाः – (अनेक) सिपाही ।
सरलार्थ:-
तुम चित्रकार हो ।
तुम दोनों चित्रकार हो ।
तुम सब चित्रकार हो ।
मैं सिपाही हूँ।
हम दोनों सिपाही हैं।
हम सब सिपाही हैं।
(ठ)
त्वं गायिका असि ।
युवा गायिके स्थः ।
यूयं गायिकाः स्थ
अहं चिकित्सिका अस्मि ।
‘आवां चिकित्सिके स्वः ।
वयं चिकित्सिकाः स्मः ।
शब्दार्था:-
गायिका – गायिका ।
गायिके- (दो) गायिकाएँ।
गायिका: – (अनेक) गायिकाएँ ।
चिकित्सिका – चिकित्सिका (महिला डॉक्टर) ।
अस्मि – हूँ।
चिकित्सिके – दो चिकित्सिकाएँ।
चिकित्सिका: – (अनेक) चिकित्सिकाएँ ।
सरलार्थ:-
तुम गायिका हो ।
तुम दोनों गायिकाएँ हो ।
तुम सब गायिकाएँ हो ।
मैं चिकित्सिका हूँ।
हम दोनों चिकित्सिकाएँ हैं।
हम सब चिकित्सिकाएँ हैं।.
‘म्’ कारस्य अनुस्वारस्य च लेखननियमः
(‘म’ कार और अनुस्वार लिखने के नियम)
व्यञ्जनवर्णात् पूर्वं पदान्तस्य ‘म्’ कारस्य स्थाने ‘अनुस्वारः ‘ लेखनीयः ।
यथा – पुस्तकं नास्ति। पुस्तकम् अस्ति ।
अनुवाद – व्यञ्जन वर्ण से पूर्व पदान्त के ‘म्’ के स्थान पर अनुसार लिखना चाहिए।
यथा- पुस्तकं नास्ति। पुस्तकम् अस्ति ।