Students must start practicing the questions from CBSE Sample Papers for Class 11 Hindi with Solutions Set 1 are designed as per the revised syllabus.
CBSE Sample Papers for Class 11 Hindi Set 1 with Solutions
समय : 3 घंटे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश:
- इस प्रश्न-पत्र में खंड ‘अ’ में वस्तुपरक तथा खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं।
- खंड ‘अ’ में 40 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं। सभी 40 प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
- खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं। प्रश्नों के उचित आंतरिक विकल्प दिए गए हैं।
- दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- यथासभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमशः लिखिए।
खंड ‘अ’
(वस्तुपरक प्रश्न)
अपठित बोध –
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- 10 × 1 = 10
संसार में दो अचूक शक्तियाँ हैं-वाणी और कर्म। कुछ लोग वचन से संसार को राह दिखाते हैं और कुछ लोग कर्म से। शब्द और आचार दोनों ही महान शक्तियाँ हैं। शब्द की महिमा अपार हैं। विश्व में साहित्य, कला, विज्ञान, शास्त्र सब शब्द-शक्ति के प्रतीक प्रमाण हैं, पर कोरे शब्द व्यर्थ होते हैं, जिनका आचरण न हो। कर्म के बिना वचन, व्यवहार के बिना वाणी की सिंद्धसार्थकता नहीं है। निस्संदेह शब्द-शक्ति महान है, पर चिरस्थायी और सनातनी शक्ति तो व्यवहार है। महात्मा गांधी ने इन दोनों की कठिन और अद्भुत साधना की थी। महात्मा जी का सम्पूर्ण जीवन उन्हीं दोनों से युक्त था। वे वाणी और व्यवहार में एक थे। जो कहते थे, वही करते थे। यही उनकी महानता का रहस्य था। कस्तूरबा ने शब्द की अपेक्षा कृति की उपासना की थी, क्योंकि कृति का उत्तम व चिरस्थायी प्रभाव होता है। ‘या’ ने कोरी शाब्दिक, शास्त्रीय, सैद्धांतिक शब्दावली नहीं सीखी थी। वे तो कर्म की उपासिका थीं। उनका विश्वास शब्दों की अपेक्षा कर्मों में था। वे जो कहा करती थी उसे पूरा करती थी। वे रचनात्मक कमों को प्रधानता देती थी। इसी के बल पर उन्होंने अपने जीवन में सार्थकता और सफ़लता प्राप्त की थी।
1. वाणी और कर्म कैसी शक्तियाँ हैं?
(क) चूक
(ख) अचूक
(ग) महान्
(घ) परम
उत्तर :
(क) चूक
व्याख्या-कर्म के बिना वचन, व्यवहार के बिना वाणी की सिद्ध सार्थकता नहीं है। निस्संदेह वाणी और कर्म महान् शक्तियाँ हैं।
2. लोग किस-किस से संसार को राह दिखाते हैं?
(क) वचन
(ख) कर्म
(ग) प्रतिष्ठा
(घ) (क) व (ख) दोनों
उत्तर :
(घ) (क) व (ख) दोनों
3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (i): विश्व साहित्य, कला को श्रवण के प्रतीक प्रमाण मानता है।
कथन (ii): विश्व साहित्य, कला को वाक्य शक्ति के प्रतीक प्रमाण मानता है।
कथन (iii): विश्व साहित्य, कला को वर्ण शक्ति के प्रतीक प्रमाण मानता है।
कथन (iv): विश्व साहित्य, कला को शब्द शक्ति के प्रतीक प्रमाण मानता है।
गद्यांश के अनुसार कौन-सा/से कथन सही है/हैं।
(क) केवल कथन (i) सही है।
(ख) केवल कथन (ii) सही है।
(ग) केवल कथन (iii) सही है।
(घ) केवल कथन (iv) सही है।
उत्तर :
(घ) केवल कथन (iv) सही है।
4. चिरस्थायी शक्ति कौन-सी है?
(क) समाज
(ख) व्यवहार
(ग) सम्मान
(घ) सिद्धांत
उत्तर :
(ख) व्यवहार
5. कौन वाणी और व्यवहार में एक थे?
(क) विवेकानंद
(ख) गांधी जी
(ग) शास्त्री जी
(घ) नेहरू जी
उत्तर :
(ख) गांधी जी
6. कस्तूरबा ने किस की उपासना की?
(क) कृति की
(ख) शिव की
(ग) गौरी की
(घ) लक्ष्मी की
उत्तर :
(क) कृति की
7. रचनात्मक कर्मों को कौन प्रधानता देती थी?
(क) इंदिरा गांधी
(ख) सरोजिनी नायडू
(ग) कस्तूरबा
(घ) महादेवी वर्मा
उत्तर :
(ग) कस्तूरबा
8. ‘बा’ निम्न में से किसकी समर्थक नहीं थी?
(क) कोरी शाब्दिक शब्दावली
(ख) सैद्धांतिक शब्दावली
(ग) कर्म
(घ) (क) व (ख) दोनों
उत्तर :
(घ) (क) व (ख) दोनों
9. प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए-
(क) वाणी और कम्म का महत्त्य
(ख) व्यवहार
(ग) विकल्प (क) और (ख)
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) वाणी और कम्म का महत्त्य
10. ‘व्यर्थ’ का संधि विच्छेद है-
(क) विअ + र्थ
(ख) वि + आर्थ
(ग) वि + अर्थ
(घ) विआ + थ
उत्तर :
(ग) वि + अर्थ
व्याख्या-जब “इ+अ” स्वरों की संधि होती है तो यण संधि के नियमानुसार इ+अ=य बन जाता है तथा ‘य’ से पूर्व का व्यंजन आधा हो जाता है।
प्रश्न 2.
दिए गए पद्यांश पर आधारित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- 5 × 1 = 5
जब भी
भूख से लड़ने
कोई खड़ा हो जाता है
सुन्दर दिखने लगता है। ; झपटता बाज़,
फुन उठाए साँप
दो पैरों पर खड़ी
काँटों से नन्ही पत्तियाँ खाती बकरी, दबे पाँव झाड़ियों में चलता चीता, डाल पर उल्टा लटक
फल कुतरता तोता
या इन सबकी जगह
आदमी होता।
जब भी
भूख्व से लड़ने
कोई खड़ा हो जाता है।
सुंदर दिखने लगता है।
1. कब कोई सुंदर दिखने लगता है?
(क) भूखा
(ख) प्यासा
(ग) भागता
(घ) भूख से लड़ने वाला
उत्तर :
(घ) भूख से लड़ने वाला
व्याख्या-संचार के माध्यमों में दृश्यों का महत्व टेलीविज़न में अंधिक होता है क्योंकि टेलीविज़न ऐसा माध्यम है, जो घर-घर उपलब्ध रहता है, और उसमें आवाज़ के साथ-साथ चित्रों को देखा जाता है।
2. चीता कैसे चलता है?
(क) कूदता
(ख) दखे पाँव
(ग) नाचता
(घ) चिल्लाता
उत्तर :
(ख) दखे पाँव
3. कौन-सा पक्षी उल्टा लटक सकता है?
(क) चिड्डिया
(ख) तोता
(ग) कौआ
(घ) मोर
उत्तर :
(ख) तोता
4. इस कविता से क्या प्रेरणा मिलती है? निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (i): परिश्रम करने की प्रेरणा मिलती है।
कथन (ii): भूखे रहने की प्रेरणा मिलती है।
कथन (iii): काम न करने की प्रेरणा मिलती है।
कथन (iv): विश्राम करने की प्रेरणा मिलती है।
निम्नलिखित विकल्पों पर विचार कीजिए तथा सही विकल्प चुनकर लिखिए-
विकल्प-
(क) केवल कथन (i) सही है।
(ख) केवल कथन (ii) सही है।
(ग) केवल कथन (iii) सही है।
(घ) केवल कथन (iv) सही है।
उत्तर :
(क) केवल कथन (i) सही है।
व्याख्या-उल्टा पिरामिड शैली में तीन हिस्से होते हैं-
5. कॉलम 1 को कॉलम 2 से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
1. बाज | (i) झपटता |
2. सॉप | (ii) फन उठाए |
3. बकरी | (iii) पत्तियाँ खाती |
(क) 1 – (i), 2 – (iii), 3 – (ii)
(ख) 1 – (i), 2 – (ii), 3 – (iii)
(ग) 1 – (iii), 2 – (ii), 3 – (i)
(घ) 1 – (ii), 2 – (iii), 3 – (i)
उत्तर :
(ख) 1 – (i), 2 – (ii), 3 – (iii)
अभिव्यक्ति और माध्यम- (अंक 5)
प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- 5 × 1 = 5
1. दृश्यों का किस माध्यम से अधिक महत्त्व होता है?
(क) समाचार पत्र
(ख) रेडियो
(ग) टेलीविज़न
(घ) इंटरनेट
उत्तर :
(ग) टेलीविज़न
व्याख्या-संचार के माध्यमों में दृश्यों का महत्व टेलीविज़न में अंधिक होता है क्योंकि टेलीविज़न ऐसा माध्यम है, जो घर-घर उपलब्ध रहता है, और उसमें आवाज़ के साथ-साथ चित्रों को देखा जाता है।
2. उल्टा पिरामिड शैली में समाचार कितने भागों में बाँटा जाता है?
(क) तीन
(ख) चार
(ग) पाँच
(घ) दो
उत्तर :
(क) तीन
व्याख्या-उल्टा पिरामिड शैली में तीन हिस्से होते हैं-
1. इंट्रोलीड जिसे हिन्दी में मुखड़ा कहा जाता है।
2. बॉडी-इसमें समाचार के विस्तृत ब्यौरे को घटते हुए क्रम में लिखा जाता है।
3. सर्वाधिक खर्चीला जनसंचार माध्यम कौन-सा है?
(क) रेडियो
(ख) टेलीविज़न है?
(ग) समाचार पत्र
(घ) इंटरनेट
उत्तर :
(घ) इंटरनेट
व्याख्या-इंटरनेट में व्यय अधिक होने के कारण इसे खर्चीला जनसंचार माध्यम कहा गया है।
4. समाचार संगठन में काम करने वाले नियमित वेतनभोगी पत्रकार को क्या कहते हैं?
(क) फ्री लांसर
(ख) पूर्णकालिक
(ग) अंशकालिक
(घ) स्तम्भ लेखन बाँटा जाता है?
उत्तर :
(ख) पूर्णकालिक
व्याख्या-समाचार संगठन में नियमित रूप से काम करने वाले पत्रकार को पूर्णकालिक पत्रकार कहते हैं। यह नियमित वेतनभोगी पत्रकार होता है।
5. इनमें समाचार-पत्र की आवाज़ किसे माना जाता है?
(क) फ़ीचर
(ख) संपादक के नाम पत्र
(ग) संपादकीय
(घ) स्तम्भ लेखन
उत्तर :
(ग) संपादकीय
पाठ्यपुस्तक आरोह भाग 1 (अंक 10)
प्रश्न 4.
निम्नलिखित काव्यांश के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वांधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- 5 × 1 = 5
हम तौ एक एक करि जानां।
दोइ कहैं तिनहीं कौं दोजग जिन नाहिंन पहिचाना॥
एक पवन एक ही पार्नी एक जोति समाना।
एक खाक गढ़े सब भांड़ै एकै कुम्हरा साना॥
जैसे बाढ़ी काष्ट ही काटै अगिनि न काटै कोई।
सब घटि अंतरि तूँ ही व्यापक धरै सरूपै सोई ।।
माया देखि के जगत लुभांनां काहे रे नर गरबाना।
निरभै भया कछू नहिं ब्यापँ कहै कबीर दिवाना ॥
1. प्रस्तुत पद के कवि कौन हैं?
(क) सूरदास
(ख) जायसी
(ग) तुलसीदास
(घ) कबीर
उत्तर :
(घ) कबीर
व्याख्या-कबीर ने ‘राम’ (हिन्दुओं का परमात्मा) और ‘रहीम’ (मुसलमानों का खुदा) दोनों को एक माना है।
2. निम्नलिखित कथनों पर विचार करते हुए पद्यांश के अनुसार सही कथन को चयनित कर लिखिए-
(क) कबीर ने राम को एक माना है।
(ख) कबीर ने रहीम को एक माना है।
(ग) कबीर ने राम और रहीम को एक माना है।
(घ) कबीर ने किसी को भी एक नहीं माना है।
उत्तर :
(ग) कबीर ने राम और रहीम को एक माना है।
3. हिन्दू और मुसलमान दोनों को किसने बनाया है?
(क) मनुष्य
(ख) ईश्वर
(ग) प्रकृति
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ख) ईश्वर
4. निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कथन (A): इस पद में कुम्हार को एक प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
कारण (R): कुम्बार परमात्मा का प्रतीक है।
(क) कथन (A) सही है, कारण (R) गलत है।
(ख) कथन (A) सही नहीं है, कारण (R) सही हैं।
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
(घ) कथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं।
उत्तर :
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
5. जगत के मनुष्य किसे देखकर मुग्ध हो जाते हैं?
(क) धन
(ख) सम्पत्ति
(ग) सौन्दर्य
(घ) सभी
उत्तर :
(घ) सभी
प्रश्न 5.
निम्नलिखित गद्यांश के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- 5 × 1 = 5
मैं कगारे पर का वृक्ष हो रहा हूँ। न मालूम कब गिर पहूँ। अब तुम्ही घर के मालिक मुछ्जार हो। नौकरी में ओहदे की ओर ध्यान मत देना, यह तो पीर का मज़ार है। निगाह चढ़ावे और चादर पर रखनी चाहिए। ऐसा काम टूँढ़ना जहाँ कुछ ऊपरी आय हो। मासिक वेतन तो पूर्णमासी का चाँद है जो एक दिन दिखाई देता है और घटते-घटते लुप्त हो जाता है। ऊपरी आय बहता हुआ स्रोत है जिससे सदैव प्यास बुझती है। वेतन मनुष्य देता है, इसी से उसमें वृद्धि नहीं होती ऊपरी आमदनी ईश्वर देता है, इसी से उसकी बरकत होती है, तुम स्वयं विद्वान हो, तुम्में क्या समझाऊँ। इस विषय में विवेक की बड़ी आवश्यकता है। मनुष्य को देखो, उसकी आवश्यकता को देखो और अवसर को देखो, उसके उपरांत जो उचित समझो, करो। गरज़ वाले आदमी के साथ कठोरता करने में लाभ ही लाभ है। लेकिन बेगरज को दाँव पर पाना जरा कठिन है, इन बातों को निगाहु में बाँध लो। यहू मेरी जन्मभर की कमाई है।
1. इस गद्यांश के लेखक कौन हैं?
(क) निराला
(ख) प्रसाद
(ग) पन्त
(घ) प्रेमचन्द
उत्तर :
(घ) प्रेमचन्द
2. मासिक वेतन को पूर्णमासी का चाँद क्यों कहा गया है?
(क) मास में दो बार दिखना
(ख) मास में एक बार दिखना
(ग) मास में चार बार दिखना
(घ) मास में तीन बार दिखना
उत्तर :
(ख) मास में एक बार दिखना
3. निम्नलिखित कथनों पर विचार करते हुए गद्यांश के अनुसार सही कथन को चयनित कर लिखिए-
(क) ‘कगारे के वृक्ष! का अर्थ ह-नदी किनारे का वृक्ष
(ख) कगारे के वृक्ष’ का अर्थ है-तालाब किनारे का वृक्ष
(ग) ‘कगारे के वृक्ष’ का अर्थ है-समुद्र किनारे का वृक्ष
(घ) ‘कगारे के वृक्ष’ का अर्थ है-घर के पास का वृक्ष
उत्तर :
(क) ‘कगारे के वृक्ष! का अर्थ ह-नदी किनारे का वृक्ष
4. कॉलम 1 को कॉलम 2 से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
1. एक दिन दिखाई दिया | (i) पूर्णमासी का चाँद |
2. निगाह में बाँध लो | (ii) इन बातों को |
3. कमाई | (iii) जन्मभर की |
(क) 1 – (i), 2 – (iii), 3 – (ii)
(ख) 1 – (i), 2 – (ii), 3 – (iii)
(ग) 1 – (iii), 2 – (ii), 3 – (i)
(घ) 1 – (ii), 2 – (iii), 3 – (i)
उत्तर :
(ख) 1 – (i), 2 – (ii), 3 – (iii)
5. किस आदमी के साथ कठोरता करने में लाभ ही लाभ है-
(क) गरज़ वाले
(ख) बेगरज़ वाले
(ग) विकल्प (क) और (ख)
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) गरज़ वाले
पूरक पाठ्यपुस्तक वितान भाग 1 (अंक 10)
प्रश्न 6.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वांधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- 10 × 1 = 10
1. ‘राजस्थान की रजत बूँदे’ के लेखक हैं-
(क) बेबी हालदार
(ख) प्रेमचन्द
(ग) अनुपम मिश्र
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ग) अनुपम मिश्र
2. इस पाठ में राजस्थान की कैसी भूमि का वर्णन सही कथन/कथनों वाले विकल्प को चयनित कर लिखिए-
(क) चमकीली
(ख) गीली
(ग) रेतीली
(घ) सभी
उत्तर :
(ग) रेतीली
व्याख्या-इस पाठ में राजस्थान की रेतीली भूमि का वर्णन किया गया है।
3. मोटर ड्राइवर का क्या नाम था?
(क) कमल
(ख) सुनील
(ग) मनीष
(घ) अनिक
उत्तर :
(ख) सुनील
4. निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कथन (A) : बेबी ने बंगला भाषा की किताष पढ़ना प्रारम्भ में शुरू किया।
कारण (R) : बेबी की रुचि बंगला भाषा में उत्पन्न होने लगी थी।
(क) कथन (A) सही है, कारण (R) गलत है।
(ख) कथन (A) सही नहीं है, कारण (R) सही है।
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
(घ) कथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं।
उत्तर :
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
5. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
कथन (i) : ‘भारतीय गायिकाओं में बेजोड़: लता मंगेशकर’ के लेखक प्रेमचन्द हैं।
कथन (ii) : ‘भारतीय गायिकाओं में बेजोड़: लता मंगेशकर’ के लेखक अनुपम मित्र हैं।
कथन (iii) : ‘भारतीय गायिकाओं में बेजोड़: लता मंगेशकर’ के लेखक कुमार गन्धर्व हैं।
कथन (iv) : ‘भारतीय गायिकाओं में बेजोड़: लता मंगेशकर’ के लेखक बेबी हालदार हैं।
सही कथन/कथनों वाले विकल्प को चयनित कर लिखिए-
(क) कथन (i) सही है।
(ख) कथन (ii) सही है।
(ग) कथन (iii) सही है।
(घ) कथन (iv) सही है।
उत्तर :
(ग) कथन (iii) सही है।
6. चित्रपट-संगीत में लता ने किन गायिकाओं की पढ़िए और सही विकल्प चुनकर लिखिएतरह सधे हुए गाने गाए?
(क) अलका यागनिक
(ख) सुनिधि चौहान
(ग) आशा भोंसले
(घ) नूरजहाँ
उत्तर :
(घ) नूरजहाँ
व्याख्या-शास्त्रीय संगीत में पारंगत व श्रेष्ठ गायिका नूरजहाँ की तरह लता ने सधे हुए गाने गाए।
7. मंदिरों और महलों में विकसित कलाएँ कौन-सा स्वरूप ग्रहण करती हैं?
(क) शास्त्रीय
(ख) पाश्चात्य
(ग) विकल्प (क) और (ख)
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) शास्त्रीय
व्याख्या-शास्त्र ने मंदिरों और महलों में विकसित कलाओं को शास्त्रीय कला का स्वरूप दिया।
8. मध्यकाल में किन कलाओं को शासकों का संरक्षण मिला ?
(क) साहित्य
(ख) चित्र
(ग) संगीत
(घ) सभी
उत्तर :
(घ) सभी
व्याख्या-मध्यकाल तक आते-आते साहित्य, चित्र, संगीत, नृत्य कलाएँ राजाओं के संरक्षण में चली गई।
9. लेखिका का मकान मालिक कैसा था?
(क) सज्जन
(ख) दुर्जन
(ग) विकल्प (क) और (ख)
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) सज्जन
व्याख्या-लेखिका का मकान-मालिक बहुत सज्जन व्यक्ति था। उसने एक पिता की तरह लेखिका का ध्यान रखा।
10. लेखिका का जीवन किसके घर में आकर बदल गया?
(क) नातुश
(ख) रातुश
(ग) तातुश
(घ) काकुश
उत्तर :
(ग) तातुश
व्याख्या-तातुश की सज्जनता व उसे एक बेटी की तरह स्नेह करने के कारण लेखिका का जीवन तातुश के घर में आकर बदल गया।
खंड ‘ब’
(वर्णनात्मक प्रश्न)
सृजनात्मक लेखन और व्यावहारिक लेखन (अंक 17)
प्रश्न 7.
निम्नलिखित दिए गए तीन अप्रत्याशित विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए- 5 × 1 = 5
(i) बारिश के उस दिन का वर्णन कीजिए, जब आप छता ले जाना भूल गए।
उत्तर :
मुझे भी बचपन से ही बारिश में भीगना बहुत पसंद है लेकिन एक बार इसी बारिश में भीगना मेरे लिए मुसीबत का कारण बन गया था। बारिश का मौसम सबके मन को प्रफुल्लित कर देने वाला होता है और बारिश में भीगना बच्चों को बहुत पसंद होता है। एक बार इसी बारिश के मौसम में विद्यालय जाने की घटना मेरे लिए आज भी अविस्मरणीय है। बात तब की है जब मैं कक्षा आठ का छत्र था। मै घर से स्कूल के लिए जब चला तब मौसम पूरी तरह साफ़ था। बादलों का नामो-निशान नहीं था। माँ के टोकने के बाद भी मैने छता नहीं लिया, क्योंकि पिछले साल भी दो छते मेरी लापरवाही से खो चुके थे। अतः मैने छता लेना ज़रूरी नहीं समझा। मेरे घर से मेरे विद्यालय की दूरी ज़्यादा नहीं थी। मैने आधा रास्ता ही पार किया था कि तेज़ बारिश होने लगी लेकिन स्कूल के लिए देर हो रही थी। अतः में बिना कहीं रुके तेजी से स्कूल के लिए दौड़ने लगा।
बारिश इतनी तेज़ थी कि मैं स्कूल पहुँचने तक काफ़ी भीग गया। कपड़े गीले होने से मुझे ठंड लग रही थी। आज गणित का ब्लैकबोर्ड टेस्ट भी था जिसके डर से मेरी कंपकंपी और बढ़ गई। गणित मुझे ड्रेकूला के समान डरावना लगता था। गणित के शिक्षक के सामने मेरी बोलती बंद हो जाती थी। जैसे ही मेरा नाम पुकारा गया, मैं जड़वत् हो गया। शिक्षक की डाँट से मैं रुआंसा हो गया। घर आने पर माँ ने छाता न ले जाने के लिए डाँटा। अगले दिन मेरा विद्यालय जाने का मन नहीं था, लेकिन माँ ने मुझे स्कूल भेजा और कहा ” ये लो छ्धता। तुम्हारे गणित के अध्यापक का फोन आया था। आज टेस्ट अचे से करना।”
(ii) कल्पना कीजिए आप एक सड़क हैं। सड़क के रूप में अपनी आत्मकथा लिखिए।
उत्तर :
मैं सड़क हैं। मेरे कई रूप आप सब को देखने को मिल सकते हैं। कही मैं अपने विशाल रूप में हूँ तो कहीं छेटी-छोटी पगडंडियों के रूप में। सभी मेरा प्रयोग करते हैं फिर चाहे वह हिन्दू हो या मुसलमान अथवा सिख हो या ईसाई या फिर कोई और। सभी मुझ पर से गुज़रकर अपनी मंजिल को पहुँचते हैं। शुरुआत में मेरे आस-पास इतनी भीड नहीं थी। लेकिन धीरे-धीरे मेरे स्वरूप में काफ़ी परिवर्तन आने लगा। जहाँ पहले मैं अपने कच्ची पगडंडी रूप में थी वहाँ आज मुझे पक्का, साफ-सुथरा और आकर्षक रूप मिल चुका है।
मुझे पूरी रात रोशन रखने के लिए स्ट्रीटलाइट औैनात की गई हैं। सुबह से लेकर मध्यरात्रि तक मेरी दिनचर्या व्यस्त रहती है। मेरी चिकनी सपाट काया पर दौड़ते कार, बस आदि वाहनों को जितना मज़ा आता है, उतना ही मज़ा मुझे उन्हें राह देने में आता है। ‘लोग मुझे निर्जीव समझते हैं’ लेकिन मुझमें चेतना की कमी नहीं है। मैं पदचाप से पहचान लेती हूँ कि चलने वाला बच्चा है, बूढ़ा, या कोई जानवर। में बच्चों के साथ बच्चा बन मस्ती-भरी इठलाती चाल का आनंद लेती हैं, वहीं बूढ़ों का सहारा बन उन्हें संभालती हूँ। स्वयं दूसरों के पैरों के नीचे रहकर भी खुश रहती हूँ। काश, मेरी इस करनी का महत्त्व समझ मानव मेरा ध्यान रखता। जब मैं अपने शरीर पर बहुत से गड्दों को देखती हूँ तो मुझे बहुत दु:ख होता है। मानव अपने स्वार्थ के लिए जब-तब मुझे खोदता है जिसके कारण विशेषकर बारिश के मौसम में राहगीरों को बहुत परेशानी उठनी पड़ती है। मुझे बनाने तक में धांधली की जाती है। वहीं तेज़ गति से नशे में गाड़ी चलाने पर हुई दुर्घटना के लिए मुझे ही दोषी माना जाता है। इस सबके बाद भी में अपने कर्म में लगी रहती हूँ और मनुष्य मात्र की सेवा करने में स्वयं को धन्य समझती हैं।
(iii) स्वच्छता हमें मानसिक, शुरीरिक, सामाजिक व बौद्धिक रूप से स्वस्थ बनाती है इसीलिए विद्यालयों में भी स्वच्छता अधियान चलाए जाते हैं। आपके विद्यालय में हुए स्वच्छता अभियान पर लेख लिखिए।
उत्तर :
2 अक्टूबर को प्रतिवर्ष हम महात्मा गौँधी का जन्मदिन मनाते हैं। इस बार हमारे स्कूल के प्रधानाचार्य जी द्वारा 2 अक्टूबर को ‘स्वच्छता दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। दिन भर स्वच्छता से संबंधित अनेक कार्यक्रम हुए। अध्यापकों ने स्वच्छता से संबंधित अनेक प्रकार की जानकारियाँ दीं। प्रधानाचार्य जी ने बताया कि स्वच्छ जीवन जीने के लिए स्वयं स्वच्छ रहना और अपने आस-पास – के वातावरण को स्वच्छ रखना अत्यंत आवश्यक है। स्वच्छता अपनाने से व्यक्ति रोग मुक्त रहता है और ‘स्वस्थ राष्ट्र निर्माण’ में योगदान देता है, भोजनावकाश के बाद सभी विद्यार्थी, अध्यापक और कर्मचारी, उत्साहपूर्वक सफ़ाई अभियान में जुट गए।
कुछ बच्चे गमलों और पौर्धों के बीच से सूखी और सड़ी हुई पत्तियों आदि को निकाल रहे थे तो कुछ फावड़े और खुरपियों आदि की सहायता से नाली की मिट्टी को निकालने का काम कर रहे थे। मैदान में बिखरी पत्तियों को एक जगह एकत्रित करने के लिए विद्यार्थियों ने मैदान में झाड़ लगाई व कूडा उठकर फेंका। फिर प्रार्थना स्थल को भी साफ़ करके वहाँ की धुलाई की जिसमें शिक्षकों और कर्मचारियों ने भी सहयोग किया। कुछ छत्राओं ने गमलों पर भी रंग से पुताई की। 4 बजे सफ़ाई अभियान की समाप्ति की घोषणा हेतु घंटी बजाई गईं। प्रधानाचार्य जी ने सभी की प्रशंसा की। साथ ही प्रत्येक शनिवार को भोजनावकाश के बाद् का समय ‘स्वच्छता अभियान’ के लिए निर्धारित किया गया।
प्रश्न 8.
प्लास्टिक थैलों पर प्रतिबन्ध के बावज़ूद इनके बढ़ते प्रयोग पर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करते हुए क्षेत्र के प्रमुख समाचार-पत्र के सम्पादक को एक पत्र लिखिए।
अधवा
आरक्षण केन्द्रों पर दलालों और क्लकों की मिलीभगत के कारण जनसाधारण को आरक्षित टिकट पाने के लिए बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए उत्तर रेलवे दिल्ली प्रबंधक को एक पत्र लिखिए।
उत्तर :
औपचारिक पत्र लेखन 5 × 1 = 5
1242 अशोक बिहार,
दिल्ली
दिनांक 26 माचं 20 xx
सेवा में, प्रधान संपादक मह्योदय,
नवभारत टाइम्स,
बहादुर शाह जफर मार्ग,
नई दिल्ली 110002
विषय : प्लास्टिक थैलों पर प्रतिबंध के बावज़ूद इनके बढ़ते प्रयोग के संदर्भ में
महोदय,
मैं आपके प्रतिष्ठित एवं लोकप्रिय समाचार-पत्र के माध्यम से प्लास्टिक थैलों पर प्रतिबंध के बावजूद इनके बढ़ते प्रयोग पर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ। आपसे अनुरोध है कि मेंरे इस पत्र को लोकवाणी स्तंभ में प्रकाशित करने का कष्ट करें। दिल्ली हमारे देश की राजधानी है तथा विश्व के प्रमुख नगरों में गिनी जाती है। आज दिल्ली महानगर की प्रदूषण समस्या अत्यंत सोचनीय है। हालांकि सरकार ने प्लास्टिक थैलों पर प्रतिबंध लगा दिया है, परंतु जैसा कि हम देखते हैं कि आज भी बाजार में हर तरह की वस्तुओं को प्लास्टिक बैग में ही डाल कर बेचा जाता है। लोग प्लास्टिक का अत्यधिक प्रयोग कर रहे हैं। कूड़ा प्रतिदिन प्लास्टिक बैग में ही भरकर कूड़ेदान में डाला जाता है। प्लास्टिक को जलाए जाने पर प्रदूषण बढ़ता है। जबकि नदी, सरोवर के पानी में भी प्लास्टिक बैंग उपयोग करके फेंक दिया जाता है, जिसे खाकर जल-जंतु मर रहे हैं। प्लास्टिक जलाने के कारण समस्या दिन-प्रविदिन बदतर होती जा रही है। इस समस्या को अत्यंत गंभीरता से लेना आवश्यक है। मेरा अधिकारियों से विनम्र निवेदन है कि इस दिशा में कोई ठोस कदम उठा कर इस समस्या का समाधान करें।
धन्यवाद
भवद्वीय
ज्योति रंजन
अधवा
लोक निर्माण मंच, गुवाहाटी
दिनांक 12 मार्च 20 XX
सेवा में
महाप्रबंधक महोदय
रेलवे विभाग (उ. पू. रे.)
विषय: आरक्षण केन्द्रों पर दलालों और क्लकों की मिलीभगत के कारण होने वाली कठिनाई के संदर्भ में महोदय,
मैं मालीगाँव क्षेत्र का रहने वाला एक साधारण व्यक्ति हूँ। यहाँ आरक्षण केन्द्रों पर दलालों और क्लकों की मिलीभगत के कारण जनसाधारण को टिकट पाने के लिए बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इसी बात की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ। महोदय मैं एक व्यापारी हैं, मुझे तकरीबन हर महीने यात्रा करनी ही पड़ती है। मैंने आए दिन यहाँ दलालों को चापलूसी करते देखा है, यही नहीं कुछ क्लर्क भी शामिल रहते हैं। पैसे का लेन-देन खूब चलता है। जो पैसे का लालच दे देते हैं, उन्हें टिकट आसानी से मिल जाती है करना दलालों द्वारा टिकट खरीद ली जाती है, आम जनता यह देखते ही रह जाती है। समय खत्म हो जाता है, परंतु इनकी जुगाड़ चलती रहती हैं। इन सभी क्रियाओं से हम साधारण लोग काफ़ी परेशान हैं, आशा है कि आप हमारी परेशानी को समझेंगे और उसका निदान करेंगे।
धन्यवाद
भवदीय
आलोक महंत
प्रश्न 9.
निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किसी दो प्रश्नों के उत्तर (लगभग 60 शब्दों में) दीजिए- 2 × 2 = 4
(i) पटकथा की मूल इकाई क्या होती है? उसका क्या महत्त्व होता है ?
उत्तर :
किसी भी पटकथा को आकर्षक व रुचिपूर्ण बनाने के लिए दुश्य का होना अति आवश्यक है। लोग दृश्यों के सहारे ही पटकथा का भाव आसानी से समझ सकते हैं। इसके अभाव में पटकथा नीरस व उबाऊ लगते लगती है और दर्शक की रुचि उसमें समाप्त होने लगती है अतः किसी भी पटकथा में दृश्य का बहुत महत्व होता है।
(ii) “आज आपने पहली बार नाट्क में भाग लिया” विषय पर डायरी लिखिए।
उत्तर :
“आज आपने पहली बार नाटक में भाग लिया” दिनाइ्क 20 जनवरी, 20 × x-आज का दिन मेरे लिए बहुत प्रसन्नता एवं उपलन्धि का है। मैं किसी नाटक में अभिनय करना चाहता था। आज मेरी यह इच्छ पूरी हुई। इस अवसर पर “अधिकार का रक्षक” शीर्षक नाटक रंगमंच पर प्रस्तुत किया गया। यह नाटक वर्तमान समय के राजनीतिक नेताओं के दोहरे चरित्र का पर्दाफाश करता है। इसमें मैं सम्पादक बना जो नेता के समक्ष कार्य की अधिकता का बोझ (चुनाव के दौरान) उठाने में असमर्थता व्यक्त करता है। इसमें मुझ्शे अपनी दीनता का अभिनय करना था। मैं स्वयं को दीन-हीन साधनहीन सम्पादक ही अनुभव कर रहा था। नाटक की समाप्ति पर मुझे भरपूर प्रशंसा मिली।
(iii) डायरी लेखन में अपने अंतरंग के साथ हम साक्षात्कार कँसे करते हैं?
उत्तर :
डायरी में हम अपने जीवन में घटित होने वाली घटनाओं, अनुभवों आदि का विवरण प्रत्येक तिथि के अनुसार लिखते रहते हैं। हम अपनी डायरी में उन बातों को भी लिख देते हैं, जिन्हें हम किसी दूसरे व्यक्ति को नहीं बता सकते। इस प्रकार हम डायरी पर लिखते समय अपनी बातें स्वयं को ही बताते चलते हैं। इससे हमारा अपने आप से ही संवाद स्थापित हो जाता है। इससे हमें हमारी अच्छाइयों और बुराइयों का ज्ञान हो जाता है। हम स्वयं को अच्छी प्रकार से समझ पाते हैं तथा जहाँ कमियाँ हैं उन्हें दूर करने का प्रयास करते हैं। हमें जब भी आवश्यकता होती है, हम डायरी के पिछले पृष्ठों को पढ़कर अपने अतीत को स्मरण कर सकते हैं। इस प्रकार डायरी लेखन हमें अपने अंतरंग के साथ साक्षात्कार करने का अवसर प्रदान करता है।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित दो प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर (लगभग 60 शब्दों में) दीजिए- 3 × 1 = 3
(i) स्ववृत्त से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर :
स्ववृत्त व्यक्ति की पहचान का एक माध्यम है। यह किसी नौकरी, पद आदि के आवेदन के साथ प्रस्तुत किया जाता है। इसमें व्यक्तिगत जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। आवेदक का नाम, जन्मतिथि, शैक्षणिक योग्यता, अंक प्रतिशत कार्यानुभव आदि सभी सम्मिलित होते हैं। स्ववृत्त के दो पक्ष होते हैं। पहले पक्ष में वह व्यक्ति है जिसको केन्द्र में रखकर सूचनाएँ संकलित की गई होती हैं। दूसरा पक्ष उस व्यक्ति या संस्था का है, जिसके लिए या जिसके प्रयोजन को ध्यान में रखकर सूचनाएँ एकत्रित की जाती हैं।
(ii) भारतीय स्टेट बैंक, जोधपुर शाखा को कुछ कार्यालय-सहायकों की आवश्यकता है। बैंक के मैनेजर को इस पद के लिए आवेदन-पत्र लिखिए।
उत्तर :
सेवा में,
मुख्य प्रबन्धक,
भारतीय स्टेट बैंक,
जोधपुर (राज.)
विषय-कार्यालय-सहायकों के पद के लिए रिक्त-स्थानों की पूर्ति के लिए आवेदन-पत्र।
महोदय,
पिछले सप्ताह दैनिक समाचार पत्र नवभारत टाइम्स में आपकी ओर से कार्यालय सह्ययों की आवश्यकता सम्बन्धी विज्ञापन प्रकाशित करवाया गया था। मैं स्वयं को इस पद के लिए एक प्रार्थी के रूप में प्रस्तुत करता हूँ। मेरा स्ववृत्त (Biodata) निम्नलिखित प्रकार से है-
1. प्राथी का नाम – अमित कुमार शर्मा
2. पिता का नाम – श्री अजय कुमार शर्मा
3. जन्म तिथि – 24.05 .1988
4. स्थायी पता – 219 डी, बी, ब्लाक, मंगोलपुरी दिल्ली।
5. शॉक्षिक योग्यताएँ –
(i) केन्द्रीय मा. शि. बोर्ड से दसर्वी की परीक्षा 2002 में 82% अंकों के साथ उत्तीर्ण की।
(ii) के. मा. शि. बोर्ड से 2004 में सीनियर सेकेण्डरी परीक्षा 80% अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण की।
(iii) दिल्ली वि. वि. से 2007 में बी. कॉम. (पास) परीक्षा 70% अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण की।
(iv) कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी का डिप्लोमा भी प्राप्त किया है।
मैं आपको विश्वास दिलाता हैं कि यदि आपने मुझे सेवा का अवसर प्रदान किया तो मैं निष्ठा से अपने कर्त्रव्य का पालन करूँगा।
संलग्न-सभी अंकतालिकाओं एवं प्रमाणपत्रों की छया
प्रतियाँ।
धन्यवाद सहित,
भवदीय
अमित कुमार शर्मा
मोबाइल : 98374912XX
दिनांक : 15.8 …..
पाठ्यपुस्तक आरोह भाग-1 एवं वितान भाग-1
प्रश्न 11.
काव्य खण्ड पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर (लगभग 60 शब्दों में) दीजिए- 3 × 2 = 6
(i) कबीर ने ईश्वर की व्यापकता को कैसे समझाया है ?
उत्तर :
कबीर ने एक ही ईश्वर की व्यापकता को निम्नलिखित तर्कों से समझाया है-
- संसार में सब जगह एक ही पवन व जल है।
- सभी में एक ही ईश्वरीय ज्योति है।
- एक ही मिट्टी से सभी बर्तनों का निर्माण होता है।
- एक ही परमात्मा का अस्तित्व सभी प्राणियों में है।
- प्रत्येक कण में ईश्वर है।
- दुनिया के हर जीव में ईश्वर व्याप्त है।
(ii) पाठ ‘घर की याद’ में कवि की मानसिक स्थिति कैसी हो गई थी और क्यों ?
उत्तर :
कवि को स्वतंत्रता आन्दोलन में शामिल होने के कारण जेल में जाना पड़ा। कवि को इस बात पर बहुत गर्व था कि उसने अपने देश के प्रति अपने कर्त्तव्य को निभाया था, लेकिन कवि के माता-पिता उसके जेल जाने से बहुत दु:खी थे और वह स्वयं को अपने माता-पिता के दु:खी होने का कारण समझता था।
हालाँकि उसने परिवार हिंत में स्वयं को समर्पित किया था परन्तु अपने परिवार से न मिल पाने की पीड़ा भी कम न थी। अपनी पीड़ा वह किसी को भी बता नहीं पाता इसलिए वह दुःख कभी बादल से तो कभी सावन से साझा करता है। अब उसे अकेलापन अच्छा लगने लगा था। वह किसी से बात नहीं करता। परिवार वालों को याद करते-करते वह अक्सर खो-सा जाता। इस तरह उसकी मानसिक स्थिति दयनीय व निराशाजनक स्थिति में पहुँच गई थी।
(iii) गज़ल किसे कहते हैं ? दुष्यंत कुमार की गज़ल की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर :
गज़ल काव्य लेखन की एक विधा है। इसमें एक ही बजर और बज़न के अनुसार शेर लिखे जाते हैं। गज़ल में शेरों की संख्या विषम होती है। गज़ल के शेर में जो तुकांत शब्द आते हैं, उन्हें काफ़िया कहा जाता है और दोहराव वाले शब्दों को रदीफ कहते हैं। यह रुबाई छंद में लिखी जाती है। गज़ल में शीर्षक की आवश्यकता नहीं पड़ती।
दुष्यंत कुमार की गज़ल में अद्भुत विशेषताएँ हैं। गज़ल विधा को हिन्दी में लिखकर प्रतिष्ठित किया। इनकी गज़लों के शेर साहित्यिक और राजनीतिक सभाओं में इस तरह से दोहराए जाते हैं मानो ये मुहावरे या लोकोक्तियाँ हों। इन्होंने अपनी गज़लों में साहित्यिक गुणवत्ता को कभी कम नहीं होने दिया इसीलिए लोकप्रियता के मामले में इनकी गज़लों ने नए कीर्तिमान स्थापित किए। इनकी गज़लों में तत्सम व उर्दू शब्दों का खूबसूरत समावेश किया गया है। जैसे – मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।
प्रश्न 12.
काव्य खण्ड पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर (लगभग 40 शब्दों में) दीजिए- 2 × 2 = 4
(i) मीरा कृष्ण की भक्ति किन रूपों में करती थी ?
उत्तर :
मीरा कृष्ण की भक्ति दो रूपों में करती थी। पहला-वे स्वयं को कृष्ण की दासी व कृष्ण को अपना प्रभु मानती थी और उनसे मुक्ति की प्रार्थना करती है वहीं दूसरा वे कृष्ण को अपना पति मानती थी और उनसे प्रेम करते हुए उनमें ही समा कर एक हो जाना चाहती थी।
(ii) कवि ने चम्पा को पढ़ाई का महत्त्व समझाते हुए महात्मा गांधी का उदाहरण क्यों दिया होगा?
उत्तर :
कवि ने चम्पा को पढ़ाई का महत्त्व समझाते हुए महात्मा गांधी का उदाहरण इसलिए दिया होगा क्योंकि वह गांधीजी का बहुत सम्मान करती हैं, गांधीजी कहते थे, सब लोग पढ़ें-लिखें क्योंकि गांधी जी पढ़ाई-लिखाई के समर्थक थे।
(iii) कवयित्री अक्क महादेवी द्वारा रचित कविता (‘हे मेरे जूही के फूल जैसे ईश्वर’) का सार लिखिए।
उत्तर :
यहाँ कवयित्री के दो वचन संकलित हैं। इसके पहले वचन में उन्होंने भूख-प्यास, क्रोध-मोह, लोभ-मद, ईंष्या पर नियन्त्रण रखने और भगवान शिव का ध्यान लगाने की प्रेरणा दी है। दूसरे वचन में ई्वर के सम्मुख सम्पूर्ण समर्पण का भाव है। कवयित्री चाहती है कि वह सांसारिक वस्तुओं से पूरी तरह खाली हो जाए। उसे खाने के लिए भीख तक न मिले। शायद इसी तरह उसका संसार उससे छूट सके।
प्रश्न 13.
गध्ध खण्ड पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर (लगभग 60 शब्दों में) दीजिए- 3 × 2 = 6
(i) नेहरू जी अपनी बातचीत में किन-किन देशों का ज़िक्र करते हैं और क्यों ?
उत्तर :
नेहरू जी अपनी बातचीत में चीन, स्पेन अबीसिनिया, मध्य यूरोप, मिस्स और पश्चिमी एशिया, सोवियत यूनियन, अमरीका आदि देशों का जिक्र करते हैंताकि वे उन देशों के संघर्षो और उनमें होने वाले परिवर्तनों व उन्नति के बारे में लोगों को बता सकें तथा लोगों को प्रेरित कर सकें कि वे भी अपने देश को आज़ाद कराकर उन देशों के समान ही उन्नति कर सकते हैं। यह कार्य थोड़ा कठिन अवश्य है लेकिन असंभव नहीं।
(ii) धनराम को मोहन के किस व्यवहार पर हैरानी होती है और क्यों ?
उत्तर :
धनराम को मोहन के हबौड़ा चलाने और लोहे की छड़ को गोलाई देने की बात पर आश्चर्य हुआ। उसे मोहन की कुशलता पर इतना अधिक आश्चर्य नहीं हुआ जितना कि उसके निराभिमानी व्यवहार पर। मोहन पुरोहित खानदान का पुत्र था। उसे ऊँची जाति का माना जाता था। कोई ब्राह्टण बालक लोहार जैसे निम्न माने जाने वाले कार्य में हाथ नहीं डालता तथा उसके पास नहीं बैठता। पर मोहन उसके पास आकर बैदा रहा। धनराम को इसी बात पर आश्चर्य हुआ कि मोहन ने अपनी जाति को भुलाकर यह काम कैसे कर लिया ?
(iii) ‘जामुन का पेड़’ पाठ में सरकार के किन-किन विभागों की चर्चा की गई है ? पाठ के आधार पर उनके कार्य के बारे में क्या अंदाज़ा मिलता है ?
उत्तर :
‘जामुन का पेड़’ पाठ में सरकार के अनेक विभागों की चर्चा की गयी है। ये विभाग और उनके कार्य निम्नलिखित हैं-
- व्यापार विभाग – यह विभाग देश में होने वाले सभी प्रकार के व्यापार से संबंधित कार्य देखता है।
- एग्रीकल्वर – यह विभाग खेती-बाड़ी से संबंधित कार्य देखता है।
- हॉटीकल्चर विभाग – यह विभाग बागवानी से संबंधित है।
- मेडीकल विभाग – इसका संबंध चिकित्सा व दवाई से है।
- कल्चरल विभाग – इसका संबंध कला व साहित्य से है।
- फरंस्ट डिपार्टमेंट – इसका संबंध वनों के विकास व संरक्षण आदि से है।
- विदेश विभाग – यह विभाग अन्य देशों के साथ रिश्तों से संबंधित है।
प्रश्न 14.
गद्य खण्ड पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर (लगभग 40 शब्दों में) दीजिए- 2 × 2 = 4
(i) ‘नमक का दरोगा’ कहानी का कौन-सा पात्र आपको सर्वाधिक प्रभावित करता है और क्यों ?
उत्तर :
‘नमक का दरोगा’ कहानी का नायक वंशीधर हमें सर्वाधिक प्रभावित करता है क्योंकि वह सत्यनिष्ठ और चरित्रवान दरोगा है। उसके पिता उसे बेईमानी की सलाह देते हैं। उसके चारों तरफ्र समाज पूरी तरह भ्रष्ट है, फिर भी वह बड़े गर्व और स्वाभिमान से जीता है। पंडित अलोपीदीन से मुकदमा हारने पर भी वह छती तानकर चलता है। पछतावा प्रकट नहीं करता। अंत में अलोपीदीन भी उसकी इस दृद्ता से मुग्ध हो जाते हैं।
(ii) लेखिका मियाँ नसीरुद्दीन के पास क्यों गई थी ?
उत्तर :
लेखिका मियाँ नसीरुद्दीन की कारीगरी को जानने और उसे प्रकाशित करने के उद्देश्य से उनके पास गई थी इसलिए उसने मियाँ से रोटियाँ खरीदने की बजाए उनसे कुछ प्रश्न किए। वह पत्रकार की हैसियत से वहाँ गई थी।
(iii) लॉर्ड कर्जुन को इस्तीफा क्यों देना पड़ गया ?
उत्तर :
बंग-भंग की योजना को मनमाने ढ़ंग से लागू करने के कारण सारे भारतवासी लॉर्ड कर्ज़न के विरुद्ध उठ खड़े हुए। इससे लॉडई कर्ज़न की जड़ें हिल गई। वह इंग्लैण्ड कर्जुन वापस जाने के बहाने खोजने लगा। इसके अविरिक्त कर्जुन ने एक फौजी अफसर को अपनी इच्छ से नियुक्त कराना चाहा। उसकी सिफारिश को अनसुना कर दिया गया। इससे क्षुब्ध होकर उसने इस्तीफा देने की पेशकश कर दी और उसका इस्तीका स्वीकार भी कर लिया गया।
प्रश्न 15.
वितान के पाठों पर आधारित निम्नलिखित दो प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर (लगभग 60 शब्दों में) दीजिए- 3 × 1 = 3
(i) लेखक का ऐसा क्यों मानना है कि लता के बराबर की गायिका कोई नहीं हुई ?
उत्तर :
लेखक का मानना है कि लता के बराबर की गायिका कोई नहीं हुईं। लता ने चित्रपट संगीत को अत्यधिक लोकप्रिय बनाया। आज बच्चों के गाने का स्वर बदल गया है। यह सब लता के कारण संभव हुआ है। चित्रपट संगीत के विविध प्रकारों को आम आदमी समझने लगा है तथा गुनगुनाने लगा है। लता ने नई पीढ़ी के संगीत को संस्कारित किया है तथा आम आदमी में संगीत विषयक अभिरुचि पैदा करने में योगदान दिया है।
(ii) कुंई के लिए उपयुक्त स्थल की तलाश क्यों की गई ?
उत्तर :
चूँकि कुँओं का पानी खारा होता है इसलिए पीने के काम नहीं आता। लेकिन रेतीली भूमि में दस-पन्द्रह हाथ से पचास-साठ हाथ नीचे खड़िया पत्थर की मोटी परत पाई जाती है जो वर्षा जल को नीचे जाने से रोकती है।
इस पट्टी का पता तब चलता है जब बरसात का पानी एकदम रेत में नहीं समाता। यह पट्टी बारिश के पानी को गहरे खारे जल में मिलने से रोकती है। रेत में जमा इसी वर्षा जल को छोटी-छोटी कुंइयों के द्वारा काम में लिया जाता है।