स्पेस फैक्ट्स इन हिंदी: बृहस्पति यानी जुपिटर ग्रह के 16 चाँद है। जिनमे गैनिमीड सबसे बड़ा है। ये हमारे सौर मंडल का भी सबसे बड़ा चाँद है। उसका आकर यम यानी प्लूटो ग्रह से दुगना ज्यादा बड़ा है।
खगोलशास्त्री ऐसा मानते थे की बुध मरक्युरी ग्रह और सूर्य के बिच में एक और ग्रह रहा होगा। और उन्होंने उस ग्रह को वेल्कन नाम भी दे दिया था।
अद्भुत स्पेस फैक्ट्स | Amazing Space facts in hindi
स्पेस में गुरूत्वाकर्षण बल नहीं होता है इसलिए पृथ्वी छोड़ने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों की ऊंचाई एक – दो इंच बढ़ जाती है।
बृहस्पति के एक चाँद का नाम है “यूरोपा” और वहा पर बहुत ही अच्छी स्केटिंग रिंग बन सकती है। क्युकी यूरोपा पूरी तरह कई मिल मोटी बर्फ की परत से ढंका हुआ है।
“पुलसर” ऐसे तारे है जो बहुत तेजी से 1000 चक्र प्रति सेकंड की गति से घूमते है।
बृहस्पति यानी जुपिटर, शनि यानी सैटर्न, वारुणी यानी युरेनस और वरुण यानी नेप्चून ग्रह असल में ठोस ग्रह नहीं है। वे द्रव और गैस के बड़े घोले है।
सूर्य के केंद्र का तापमान 1.59 डिग्री है।
सौर मंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी मंगल यानी मार्स ग्रह पर है। और उसका नाम “आलिम्पस मैन्स” है। और ये 17 मील ऊँचा है। और उसका क्षेत्रफल अमेरिका के एरिज़ोना राज्य से भी ज्यादा है।
यम यानी प्लूटो को सूर्य की एक प्रक्रिमा करने में 247 साल लगते है।
गैलेक्सी में करीब 10,000 करोड़ तारे है।
पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला तत्त्व हाइड्रोजन है।
चाँद धीरे धीरे पृथ्वी से दूर हट रहा है। और ये 100 साल में करीब 2 इंच दूर हट जाता है।
बृहस्पति, शनि, वारुणी और वरुण ग्रह के चारो और कंगन के आकर के छल्ले है।
“ब्लैक होल” एक ऐसा तारा होता है जो ढह कर समाप्त हो गया हो। और ब्लैक होल के चारो तरह गुरुत्व बल इतना सख्त होता है की उनमे से कुछ भी बाहर निकल ही नहीं सकता। और ये दिखाई नहीं देता है क्युकी इसमें से प्रकाश की एक किरण भी बाहर नहीं निकल सकती।
चाँद पर अंतरिक्ष यात्रियों के पद चिन्ह लाखो साल तक वैसे ही बने रहेंगे। चाँद पर हवा तो है नहीं जिससे की पैरो के निशान मिट जाए।
अमेरिका में अलबामा की एक महिला के ऊपर एक उल्का पिंड गिरा और ये बाहरी अंतरिक्ष से गिरते है। उल्का पहले उसके घर की छत पर घिरी और फिर उसके बाहो और कमर के बिच आकर टकराई।