Class 6 Hindi Chapter 10 MCQ परीक्षा
Pariksha Class 6 MCQ
1. जब रियासत देवगढ़ के दीवान सरदार सुजानसिंह बूढ़े हुए तो परमात्मा की याद आई। जाकर महाराज से विनय की कि दीनबंधु! दास ने श्रीमान की सेवा चालीस साल तक की, अब मेरी अवस्था भी ढल गई, राज-काज सँभालने की शक्ति नहीं रही। कहीं भूल-चूक हो जाय तो बुढ़ापे में दाग लगे। सारी जिंदगी की नेकनामी मिट्टी में मिल जाए। राजा साहब अपने अनुभवशील नीति कुशल दीवान का बड़ा आदर करते थे। बहुत समझाया, लेकिन जब दीवान साहब ने न माना, तो हारकर उनकी प्रार्थना स्वीकार कर ली; पर शर्त यह लगा दी कि रियासत के लिए नया दीवान आप ही को खोजना पड़ेगा।
बहुविकल्पी प्रश्न :
निम्नलिखित बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प चुनकर लिखिए-
प्रश्न 1.
अब तक देवगढ़ रियासत के दीवान कौन थे?
(क) सरदार सुजानसिंह
(ख) पंडित जानकीनाथ
(ग) दीनबंधु दास
(घ) महिमादास
उत्तर :
(क) सरदार सुजानसिंह
प्रश्न 2.
सुजानसिंह को बुठ़ापे में किसकी याद आई?
(क) घर की
(ख) परमात्मा की
(ग) अपनी
(घ) राज्य की
उत्तर :
(ख) परमात्मा की
प्रश्न 3.
राजा साहब कैसे व्यक्ति थे?
(क) अनुभवशील
(ख) दयावान
(ग) सम्मान करने वाले
(घ) अच्छे प्रशासक
उत्तर :
(क) अनुभवशील
प्रश्न 4.
राजा साहब ने सुजानसिंह पर क्या जिम्मेदारी डाली?
(क) अभी कुछ समय तक राज-काज संभाले रहने की
(ख) रियासत के लिए नया दीवान खोजने की
(ग) दीन-दुखियों की सेवा करने की
(घ) कुछ नहीं
उत्तर :
(ख) रियासत के लिए नया दीवान खोजने की
प्रश्न 5.
दीवान सुजानसिंह ने राजा साहब से क्या प्रार्थना की?
उत्तरः
देवगढ़ रियासत के दीवान सरदार सुजानसिंह ने राजा साहब से यह प्रार्थना कि अब वे बूढ़े हो चले हैं अतः चालीस साल की नौकरी से अब उन्हें मुक्त कर दिया जाए। वे नहीं चाहते कि उनकी नेकनामी में कोई बट्टा जीवन के अंतिम वर्षों में लग जाए।
प्रश्न 6.
राजा साहब कैसे व्यक्ति थे?
उत्तरः
राजा साहब बहुत समझदार व्यक्ति थे। वे अपने अनुभवशील एवं नीतिकुशल दीवान का बहुत आदर करते थे। वे अपने दीवान की भावनाओं को भली-भाँति समझते थे।
प्रश्न 7.
राजा साहब ने सुजानसिंह की प्रार्थना स्वीकार करने के लिए क्या शर्त लगा दी?
उत्तरः
राजा साहब ने सुजानसिंह की प्रार्थना तो स्वीकार कर ली, पर यह शर्त लगा दी कि रियासत के लिए नया दीवान सुजानसिंह ही खोजेंगे। वे जिस व्यक्ति को दीवान पद के लिए उपयुक्त मानेंगे, उसी को नया दीवान बना दिया जाएगा और सुजानसिंह को सेवा मुक्त कर दिया जाएगा।
2. सरदार सुजानसिंह ने इन महानुभावों के आदर-सत्कार का बड़ा अच्छा प्रबंध कर दिया था। हर एक मनुष्य अपने जीवन को अपनी बुद्धि के अनुसार अच्छे रूप में दिखाने की कोशिश करता था। मिस्टर ‘अ’ नौ बजे दिन तक सोया करते थे, आजकल वे बगीचे में टहलते हुए ऊषा का दर्शन करते थे। मिस्टर ‘द’, ‘स’ और ‘ज’ से उनके घरों पर नौकरों की नाक में दम था, लेकिन ये सज्जन आजकल ‘आप’ और ‘जनाब’ के बगैर नौकरों से बातचीत नहीं करते थे। मिस्टर ‘ल’ को किताब से घृणा थी, परंतु आजकल वे बड़े-बड़े ग्रंथ देखने-पढ़ने में डूबे रहते थे। जिससे बात कीजिए, वह नम्रता और सदाचार का देवता बना मालूम देता था। लोग समझते थे कि एक महीने का झंझट है, किसी तरह काट लें, कहीं कार्य सिद्ध हो गया तो कौन पूछता है?
बहुविकल्पी प्रश्न :
निम्नलिखित बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प चुनकर लिखिए-
प्रश्न 1.
सरदार सुजानसिंह ने क्या किया था?
(क) आने वाले महानुभावों ने आदर-सत्कार का अच्छा प्रबंध।
(ख) सभी को अपनी बुद्धि का प्रकाशन करने का अवसर दिया।
(ग) उन्हें एक मास का समय दिया।
(घ) आने वालों पर निगाह रखी।
उत्तर :
(क) आने वाले महानुभावों ने आदर-सत्कार का अच्छा प्रबंध।
प्रश्न 2.
आगुंतकों की क्या गतिविधि रहती थी?
(क) मिस्टर ‘अ’ बगीचे में टहलकर उषा का दर्शन करते थे।
(ख) अन्य लोग अब नौकरों के साथ सम्मानपूर्वक बात करते थे।
(ग) मिस्टर ‘ल’ दिनभर बड़े-बड़े ग्रंथ पढ़ते रहते थे।
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर :
(घ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 3.
उम्मीदवार क्या बनने का ढोंग कर रहे थे?
(क) स्वयं को नम्रता और सदाचार का देवता दिखाने का
(ख) स्वयं को सवेरे उठकर सैर करने वाला दिखाने का
(ग) अपने नौकरों से भी शिष्टता का बर्ताव करने का
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर :
(घ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 4.
सरदार सुजानसिंह ने आने वाले महानुभावों के लिए क्या किया था?
उत्तरः
सुजानसिंह ने बाहर से आने वाले महानुभावों के रहने, खाने-पीने आदि का अच्छा प्रबंध किया था।
प्रश्न 5.
हरेक मनुष्य क्या दिखाने की कोशिश कर रहा था?
उत्तरः
दीवान पद पाने की दौड़ में आने वाला हर मनुष्य अपने जीवन को अपनी बुद्धि के अनुसार अच्छे रूप में दिखाने की कोशिश कर रहा था।
प्रश्न 6.
मिस्टर ‘अ’ की क्या आदत थी? अब वे क्या कर रहे थे?
उत्तरः
मिस्टर ‘अ’ को नौ बजे तक सोने की आद्त थी। पर यहाँ आकर शीघ्र उठ जाते थे और बगीचे में टहलते हुए ऊषा दर्शन करते थे। इस प्रकार वे स्वयं को प्रातःकाल सूर्योदय से पहले उठने वाला दर्शा रहे थे। –
प्रश्न 7.
सामान्यतः आगंतुक स्वयं को क्या दिखाने का प्रयास कर रहे थे?
उत्तरः
सामान्यतः प्रत्येक आगंतुक स्वयं को नम्रता और सदाचार का देवता दिखाने का प्रयास कर रहा था।
3. अँधेरा हो गया था। इस मैदान से जरा दूर हटकर एक नाला था। उस पर कोई पुल न था। पथिकों को नाले में से चलकर आना पड़ता था। खेल अभी बंद ही हुआ था और खिलाड़ी लोग बैठे दम ले रहे थे कि एक किसान अनाज से भरी हुई गाड़ी लिए हुए उस नाले में आया। लेकिन कुछ तो नाले में कीचड़ था और कुछ उसकी चढ़ाई इतनी ऊँची थी कि गाड़ी ऊपर न चढ़ सकती थी। वह कभी बैलों को ललकारता, कभी पहियों को हाथ से ढकेलता, लेकिन बोझ अधिक था और बैल कमजोर।
गाड़ी ऊपर को न चढ़ती और चढ़ती भी तो कुछ दूर चढ़कर फिर खिसककर नीचे पहुँच आती। किसान बार-बार जोर लगाता और बार-बार झुंझलाकर बैलों को मारता, लेकिन गाड़ी उभरने का नाम न लेती। बेचारा इधर-उधर निराश होकर ताकता मगर वहाँ कोई सहायक नजर न आता। गाड़ी को अकेले छोड़कर कहीं जा भी नहीं सकता। बड़ी आपत्ति में फैसा हुआ था। इसी बीच में खिलाड़ी हाथों में डंडे लिए घूमते-घामते उधर से निकले।
बहुविकल्पी प्रश्न :
निम्नलिखित बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प चुनकर लिखिए-
प्रश्न 1.
खिलाड़ी क्या कर रहे थे?
(क) घूम रहे थे
(ख) थोड़ा दम ले रहे थे
(ग) सो रहे थे
(घ) बातचीत कर रहे थे
उत्तर :
(ख) थोड़ा दम ले रहे थे
प्रश्न 2.
किसान की समस्या क्या थी?
(क) नाले में कीचड़ थी
(ख) उसकी गाड़ी ऊँचाई पर नहीं चढ़ पा रही थी
(ग) नाले में पानी भरा था
(घ) कोई उसकी मदद नहीं कर रहा था
उत्तर :
(ख) उसकी गाड़ी ऊँचाई पर नहीं चढ़ पा रही थी
प्रश्न 3.
किसान क्या कर रहा था?
(क) बार-बार जोर लगा रहा था
(ख) झुंझलाकर बैलों को मारता था
(ग) दोनों क-ख
(घ) कुछ नहीं
उत्तर :
(ग) दोनों क-ख
प्रश्न 4.
किसान क्या लेकर, कहाँ आया?
उत्तरः
एक किसान अनाज से भरी गाड़ी लेकर नाले में आया। नाले में कीचड़ थी।
प्रश्न 5.
गाड़ी को ऊपर चढ़ाने के लिए किसान क्या प्रयास कर रहा था?
उत्तर:
वह अपनी गाड़ी को ऊपर चढ़ाने का भरसक प्रयास कर रहा था। वह कभी बैलों को ललकारता था, कभी गाड़ी के पहियों को हाथ से धकेलता था। गाड़ी में बोझ अधिक था और बैल कमजोर थे, अत: गाड़ी ऊपर चढ़ नहीं पा रही थी। किसान झुंझलाकर बैलों को मार भी रहा था, पर गाड़ी उभरने का नाम ही नहीं ले रही थी।
प्रश्न 6.
विपत्ति की घड़ी में कौन आए?
उत्तरः
जब किसान विपत्ति में पड़ा हुआ था तभी एक खिलाड़ी हाथों में डंडा घुमाते हुए उधर से निकले।
4. लेकिन उसी समूह में एक ऐसा मनुष्य था जिसके हादय में दया थी और साहस था। आज हॉकी खेलते हुए उसके पैरों में चोट लग गई थी। लँगड़ाता हुआ धीरे-धीरे चला आता था। अकस्पात उसकी निगाह गाड़ी पर पड़ी। ठिठक गया। उसे किसान की सूरत देखते ही सब बाते ज्ञात हो गई। डंडा एक किनारे रख दिया। कोट उतार डाला और किसान के पास जाकर बोला, “मैं तुम्हारी गाड़ी निकाल दूँ?”
किसान ने देखा एक गठे हुए बदन का लंबा आदमी सामने खड़ा है। झुककर बोला, “हुजूर, मैं आपसे कैसे कहूँ?” युवक ने कहा, “मालूम होता है, तुम यहाँ बड़ी देर से फँसे हो। अच्छा, तुम गाड़ी पर जाकर बैलों को साधो, मैं पहियों को ढकेलता हूँ, अभी गाड़ी ऊपर चढ़ जाती है।”
किसान गाड़ी पर जा बैठा। युवक ने पहिये को जोर लगाकर उकसाया। कीचड़ बहुत ज्यादा था। वह घुटने तक जमीन में गड़ गया, लेकिन हिम्मत न हारी। उसने फिर जोर किया, उधर किसान ने बैलों को ललकारा। बैलों को सहारा मिला, हिम्मत बँध गई, उन्होंने कंधे झुकाकर एक बार जोर किया तो गाड़ी नाले के ऊपर थी।
बहुविकल्पी प्रश्न :
निम्नलिखित बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प चुनकर लिखिए-
प्रश्न 1.
उस समूह में एक मनुष्य कैसा था?
(क) जिसके हृदय में दया थी
(ख) साहस था
(ग) जख्मी हालत में था
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर :
(घ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 2.
उस खिलाड़ी ने किसान से क्या कहा?
(क) मैं तुम्हारी गाड़ी निकाल दूँ,
(ख) मैं तुम्हारी समस्या समझ गया हूँ
(ग) तुम देर से यहाँ फँसे हो
(घ) तुम गाड़ी पर बैठो
उत्तर :
(क) मैं तुम्हारी गाड़ी निकाल दूँ,
प्रश्न 3.
उस खिलाड़ी ने क्या काम किया?
(क) गाड़ी पर बैठ गया
(ख) उसने गाड़ी में जोर लगाया
(ग) कीचड़ में धँस गया
(घ) गाड़ी को चला दिया
उत्तर :
(ख) उसने गाड़ी में जोर लगाया
प्रश्न 4.
एक हॉकी खिलाड़ी इस समय कैसी अवस्था में था?
उत्तर:
उस खिलाड़ी के हॉकी खेलते हुए पैरों में चोट लग गई थी। वह जख्मी होने के कारण लँगड़ाता हुआ धीरे-धीरे चल रहा था। फिर भी वह किसान की सहायता करना चाहता था।
प्रश्न 5.
किसान की मदद करने के लिए उस व्यक्ति ने क्या किया?
उत्तरः
उस व्यक्ति ने अपना डंडा एक ओर रख दिया। अपना कोट उतारा। वह किसान के पास गया और उसे मदद की पेशकश की।
प्रश्न 6.
गाड़ी कैसे नाले के ऊपर आई?
उत्तरः
किसान गाड़ी पर बैठा। युवक ने पहिये को जोर लगाया और उकसाया। युवक ने कीचड़ में धँसने कें बावजूद हिम्मत नहीं हारी। उधर किसान ने बैलों को ललकारा। बैलों को सहारा मिला तो उनकी हिम्मत बँध गई। उन्होंने भी कंधे झुकाकर जोर लगाया तो गाड़ी नाले के ऊपर आ ही गई।